हस्तशिल्प कारोबारी खुशबू सिंह अमेरिकी विश्वविद्यालय द्वारा अंतर्राष्ट्रीय व्यापार उद्यमिता और वैश्वीकरण में मानद डॉक्टरेट की उपाधि से हुईं सम्मानित
हस्तशिल्प कारोबारी खुशबू सिंह अमेरिकी विश्वविद्यालय द्वारा अंतर्राष्ट्रीय व्यापार उद्यमिता और वैश्वीकरण में मानद डॉक्टरेट की उपाधि से हुईं सम्मानित
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा। पंख ही काफी नहीं आसमानो के लिए
हौसले भी चाहिए ऊँची उड़ानों के लिए,आइये आज हम आपको ऐसे ही बुलंद हौसले वाली महिला सख्सियत से रूबरू कराना चाहते हैं !पीएचडी की डिग्री प्राप्त करना कई लोगों के लिए एक उपलब्धि है। कई लोगों को जीवन में अन्य प्रतिबद्धताओं के कारण समय पर अपनी डिग्री पूरी करना मुश्किल लगता है। जो कोई भी स्नातक की उपाधि प्राप्त करता है और मानद डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त करता है, वह एक सितारा है जो गर्व के साथ बधाई का पात्र है। बहुत खुशी और कृतज्ञता के साथ, हमारा परिवार गर्व से घोषणा करता है कि खुशबू को अमेरिकी विश्वविद्यालय द्वारा अंतर्राष्ट्रीय व्यापार उद्यमिता और वैश्वीकरण में मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया है।9 जून 2024 को द ललित नई दिल्ली में दीक्षांत समारोह में इस मील के पत्थर की उपलब्धि का जश्न मनाने का सौभाग्य मिला है। “अब खुशबू सिंह गर्व से डॉ. खुशबू सिंह कहलाएगी।
खुशबू सिंह जो आज हेंडीक्राफ्ट एवं हस्त शिल्प आभूषण जगत में जाना माना नाम है, इनका जन्म देश की राजधानी नई दिल्ली में एक मध्यम वर्ग परिवार में हुआ I वह अपने परिवार में फर्स्ट जनरेशन एंटेरंपरेनूर है आज खुशबू सिंह जी एक कामयाबी की मिसाल है जो की एक कामयाब बिज़नेस AARYA FASHIONS की स्वामिनी है और देश विदेश में एक नए शिखर की तरफ प्रेतरित है I उनको रतन व् आभूषण छेत्र में उत्तर प्रदेश सरकार में मुख्य मंत्री योगी ने सम्मानित किया गया है तथा textile ministry व् अन्य GovT संगठनो ने भी खुशबू सिंह को समय समय पे सम्मानित किया जाचुका है । खुशबू ने एक्सपोर्ट बिज़नेस में एक बाद एक नए कीर्तिमान रच कर यह साबित कर दिया है की देश की महिला जब कुछ ठान ले तो उसे सिद्ध भी कर सकती है और ये ही नए भारत की शुरुआत है। खुशबू सिंह का हेंडीक्राफ्ट सेक्टर में कामयाबी का उद्देश्य है महिला सशक्तिकरण और नए रोजगार को आयाम देना। इसलिए वह विभिन ग्रामीण चैत्रों के महिलाओ को ट्रेनिंग प्रदान करती है।
आज खुशबू के पास 2 फैक्टरी है, नॉएडा व् ग्रेटर नॉएडा में जिनमे सेकड़ो वर्कर्स काम करते है और आज इनका वार्षिक टर्नओवर भी करोडो में है। हर महीने हजारो हेंडीक्राफ्ट आभूषण व् हैंडमेड बैग्स का निर्यात २० से अखिक देसो में किया जाता है। खुशबू सिंह को फैशन जगत में भी काफी प्रसिद्ध है और उनके द्वारा निर्मित नए डिज़ाइनस का विदेशो में अत्यधिक पसंद किया जाता है। खुशबू सिंह ने सं 2006 में महज 4500 के वेतन से अपना हेंडीक्राफ्ट जगत का सफर शुरू किया वर्ष 2013 में उनका विवाह अभिषेक चौहान से हुआ और आज उनके 2 बेटियां है I सं 2017 में अपनी बड़ी बेटी के नाम से आर्य फैशंस की स्थापना की। आज सभी को उनपर नाज़ है और पूरा परिवार उनसे प्रेरित है।