स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, एनआईईटी, ग्रेटर नोएडा ने 24 और 25 नवंबर को दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन ‘बायोट्रेन्ज़’ की मेजबानी की
स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, एनआईईटी, ग्रेटर नोएडा ने 24 और 25 नवंबर को दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन ‘बायोट्रेन्ज़’ की मेजबानी की
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा। स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, एनआईईटी, ग्रेटर नोएडा ने 24 और 25 नवंबर को दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन ‘बायोट्रेन्ज़’ की मेजबानी की। सम्मेलन के मुख्य अतिथि कुलपति, जीबीयू, प्रोफेसर आर.के. सिन्हा थे, उन्होंने बायोटेक में उभरती प्रौद्योगिकियों के नवाचार और अनुप्रयोग के बारे में बात की, उन्होंने व्यावसायीकरण अनुसंधान पर भी जोर दिया। उन्होंने ऐसे आयोजनों को लेकर प्रबंधन की पहल की सराहना की।सम्मेलन में पूरे भारत और मिस्र के बाहर से भागीदारी हुई। मलेशिया और ओमान. कुल 168 पेपर प्राप्त हुए और अंत में 74 पेपर प्रस्तुति के लिए चुने गए। चार समानांतर सत्रों में अलग-अलग ट्रैक कवर किए गए। सम्मेलन के संयोजक प्रोफेसर रश्मि और प्रोफेसर पंकज कुमार त्यागी थे। सम्मेलन का आयोजन डॉ. अरविन्द कुमार ने किया।स्वागत भाषण एनआईईटी के निदेशक प्रोफेसर विनोद एम कापसे ने दिया। प्रोफ़ेसर रश्मी ने सम्मेलन का परिचय दिया, जो मुख्य रूप से स्थिरता और स्वास्थ्य देखभाल पर केंद्रित था।प्रोफेसर पवन धर, जे.एन.यू. जैसे प्रख्यात शिक्षाविद, मुख्य वक्ता थे। सम्मेलन में डॉ. रुचि मुटरेजा और सिलिओन, हैदराबाद के सीईओ मौज ने भी भाग लिया। मेरठ के वरिष्ठ भ्रूणविज्ञानी डॉ. सुनील जिंदल भी उपस्थित थे। सम्मेलन में लगभग 300 से अधिक शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और छात्रों ने भाग लिया।