लॉयड इंजीनियरिंग कॉलेज ने प्राचीन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान को जोड़ने वाली अभिनव HCI लैब का किया शुभारंभ।
लॉयड इंजीनियरिंग कॉलेज ने प्राचीन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान को जोड़ने वाली अभिनव HCI लैब का किया शुभारंभ।
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा। नॉलेज पार्क स्थित लॉयड इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (LIET) ने ह्यूमन-कंप्यूटर इंटरैक्शन (HCI) लैब का उद्घाटन किया है, जिसका नेतृत्व डॉ. कीर्ति, एसोसिएट प्रोफेसर (अनुसंधान) द्वारा किया जा रहा है। यह लैब क्षेत्र की अपनी तरह की पहली प्रयोगशाला है जो भारतीय ज्ञान परंपरा (Indian Knowledge Systems – IKS) को आधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों जैसे EEG, HRV, बायोफीडबैक और वर्चुअल रियलिटी (VR) के साथ जोड़ती है, ताकि मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सके।
इस अवसर पर एसटी माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के ग्रुप मैनेजर रौनक मुजीब कैसर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ LIET के सीनियर डायरेक्टर प्रो. राजीव अग्रवाल भी मौजूद रहे। दोनों ने लैब का औपचारिक उद्घाटन करते हुए उद्योग और शिक्षा संस्थानों के बीच सहयोग को मानसिक स्वास्थ्य नवाचार के लिए अत्यंत आवश्यक बताया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की 2022 रिपोर्ट के अनुसार हर आठवां व्यक्ति मानसिक रोग से पीड़ित है, और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में किशोरों में तनाव और अवसाद की दर चिंताजनक स्तर पर है—यहां 34% किशोर सामान्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसे में यह HCI लैब प्रमाण-आधारित और सांस्कृतिक रूप से प्रासंगिक समाधान प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।डॉ. कीर्ति द्वारा आईआईटी मंडी के प्रोफेसरों के साथ किए गए एक शोध में यह सिद्ध हुआ कि 8 सप्ताह के योग अभ्यास ने प्रथम वर्ष के कॉलेज छात्रों में अवसाद, चिंता और तनाव को प्रभावी रूप से कम किया। HCI लैब इसी शोध के आधार पर प्राचीन योग और ध्यान जैसे उपायों को तकनीकी माध्यमों से जोड़ने का कार्य कर रही है।यह प्रयोगशाला न केवल अनुसंधान का केंद्र बनेगी, बल्कि यह सामाजिक-तकनीकी स्वास्थ्य समाधान, जन शिक्षा और व्यवहार-जीवविज्ञान (Psychophysiology) पर आधारित अनुसंधान के लिए एक क्षेत्रीय हब के रूप में भी कार्य करेगी।