जॉली किड्स प्री स्कूल ग्रेटर नोएडा ने वृक्षारोपण अभियान चलाया, बच्चों ने सीखा वृक्षारोपण का महत्व।
जॉली किड्स प्री स्कूल ग्रेटर नोएडा ने वृक्षारोपण अभियान चलाया, बच्चों ने सीखा वृक्षारोपण का महत्व।
शफी मोहम्मद सैफ़ी
ग्रेटर नोएडा। जॉली किड्स प्री स्कूल ने अपने आसपास की वृक्षारोपण को बढ़ाने और बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से एक विशेष वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया। यह अभियान स्कूल के निकट स्थित हरित क्षेत्र में संपन्न हुआ, जहां बच्चों और शिक्षकों ने मिलकर पौधारोपण किया।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नन्हें-मुन्नों को पर्यावरण के महत्व और वृक्षारोपण के फायदों से अवगत कराना था। छोटे-छोटे बच्चे जब अपने नन्हें हाथों से पौधे लगा रहे थे, तो उनकी आंखों में उत्साह और प्रकृति के प्रति सच्ची प्रेम की चमक साफ दिखाई दे रही थी। इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य ने बच्चों को वृक्षारोपण के महत्व के बारे में बताया और उन्हें इस बात की जानकारी दी कि पेड़ हमें न केवल शुद्ध हवा देते हैं, बल्कि मिट्टी को भी उपजाऊ बनाते हैं और विभिन्न प्रकार के जीव-जंतुओं के लिए आवास प्रदान करते हैं।
शिक्षकों ने बच्चों को यह भी सिखाया कि कैसे पेड़ हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने बताया कि पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, जिससे हमारा वातावरण शुद्ध और स्वच्छ रहता है। इसके साथ ही पेड़ बारिश लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो हमारी कृषि और जल स्रोतों के लिए आवश्यक है।
वृक्षारोपण के दौरान बच्चों ने विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए, जिसमें फलदार, छायादार और फूलों के पौधे शामिल थे। हर बच्चे ने अपने लगाए हुए पौधे का नाम रखा और उसे नियमित रूप से पानी देने और उसकी देखभाल करने का संकल्प लिया। इस तरह बच्चों में प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी का भाव विकसित हुआ।इस अभियान के माध्यम से जॉली किड्स प्री स्कूल ने न केवल अपने स्कूल के आसपास के क्षेत्र को हरा-भरा बनाने का प्रयास किया, बल्कि बच्चों को भी पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक किया। इस तरह के कार्यक्रम बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास में सहायक होते हैं और उन्हें एक बेहतर नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित करते हैं।जॉली किड्स प्री स्कूल के इस प्रयास की सराहना करते हुए, स्थानीय निवासियों ने भी इस प्रकार के और अधिक कार्यक्रमों के आयोजन की इच्छा व्यक्त की है। सभी का मानना है कि इस प्रकार के कार्यक्रम बच्चों में न केवल पर्यावरण के प्रति प्रेम और जिम्मेदारी का भाव विकसित करते हैं, बल्कि उन्हें समाज के प्रति भी जागरूक बनाते हैं।