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ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 2024: यूपी के विकास में गौतमबुद्ध नगर का अहम योगदान, 2 लाख करोड़ का निवेश। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (वाईईआईडीए) क्षेत्र में 45,148 करोड़ रुपये की 280 परियोजनाओं का हुआ शुभारंभ 

ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 2024: यूपी के विकास में गौतमबुद्ध नगर का अहम योगदान, 2 लाख करोड़ का निवेश

ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (वाईईआईडीए) क्षेत्र में 45,148 करोड़ रुपये की 280 परियोजनाओं का हुआ शुभारंभ

शफी मौहम्मद सैफी

ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण ने 45,148 करोड़ रुपए के निवेश वाली 281 परियोजनाओं धरातल में उतारना शुरू कर दिया है। यह आंकड़ा 60 हजार करोड़ रुपए तक बहुत जल्द पहुंच जाएगा। जबकि, यमुना प्राधिकरण को 43,750 करोड़ रुपए के निवेश को धरातल पर उतारने का लक्ष्य मिला है। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी 4.0) में अकेले यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (वाईईआईडीए) क्षेत्र में 45, 148 करोड़ रुपये की 280 परियोजनाओं का शुभारंभ हुआ है, जिससे 1.32 लाख लोगों को नौकरियां मिलेंगी।प्राधिकरण क्षेत्र में एक्सआईएचआई,टेक्नोलॉजी प्रालि, यूफ्लेक्स लिमिटेड, धरमपाल सत्यपाल लिमिटेड, पेरोस्फेयर इंडिया, जयश्री कृष्णा इंपैक्स, हल्दीराम स्नैक्स प्रालि, न्यूजेन सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी लिमिटेड, फनजू टॉय,वीवो मोबाइल इंडिया लिमिटेड, वल्स डेवलपर्स प्रा.लि, क्यू लाइन बायोटेक प्रालि, याशिका इनफोट्रॉनिक्स, नोएडा एयरपोर्ट में होटल और कार्गो एंड लॉजिस्टिक हब परियोजना में काम शुरू होगा। इसमें से कई का काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा यमुना प्राधिकरण ने टॅवाय पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क, अपैरल पार्क, एमएसएमई पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क आदि में कंपनियां काम शुरू करेंगी।पिछले साल लखनऊ में हुई ग्लोबल इनवेस्टर समिट में यमुना प्राधिकरण ने कंपनियों के साथ ग्लोबल समिट में 1.82 लाख करोड़ रुपए के एमओयू किए थे। इन एमओयू में कितने धरातल पर उतरे हैं, इसको लेकर प्रदेश सरकार 15 फरवरी के बाद ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी करेगी। जीबीसी को लेकर प्राधिकरण को प्रदेश सरकार ने 43,750 करोड़ रुपए के निवेश को धरातल पर उतारने का लक्ष्य दिया है। प्राधिकरण ने अब तक 45,148 करोड़ रुपए के निवेश वाली 281 परियोजनाओं धरातल में उतारना शुरू कर दिया है। यह लक्ष्य का 103 प्रतिशत है। जीबीसी में उसी परियोजना को शामिल किया जाता है, जिसका नक्शा पास हो चुका होता है।

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