ग्रेटर नोएडा के सेंटर फॉर डायबिटीज केयर में लगे मधुमेह जांच शिविर में 150 से ज्यादा लोगों का हुआ परीक्षण।
ग्रेटर नोएडा के सेंटर फॉर डायबिटीज केयर में लगे मधुमेह जांच शिविर में 150 से ज्यादा लोगों का हुआ परीक्षण।
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा। विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर, ग्रेटर नोएडा के सेंटर फॉर डायबिटीज केयर में एक खास मधुमेह जांच शिविर लगाया गया। इस वर्ष की थीम “अपना जोखिम पहचानो, सही कदम उठाओ” रखी गई, जिसका उद्देश्य लोगों को मधुमेह के खतरों के प्रति सचेत करना और उन्हें इससे निपटने के लिए सही जानकारी देना है।इस शिविर में, 150 से ज्यादा लोगों की मधुमेह से संबंधित जांचें की गईं। इनमें ब्लड शुगर टेस्ट, वजन की जांच, HbA1c टेस्ट, लिवर का फाइब्रोस्कैन, और ब्लड प्रेशर चेक शामिल थे। साथ ही, लोगों को ‘Diabetes Risk Calculator’ के जरिए अपने और अपने परिवार के मधुमेह जोखिम का पता लगाने की सुविधा भी दी गई।डॉक्टर अमित गुप्ता ने शिविर के संबंध में कहा, “मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जो बिना किसी चेतावनी के आ सकती है। इसलिए हमें लगातार अपने खून की शुगर की जांच करवानी चाहिए। यह शिविर लोगों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने और समय पर उचित कदम उठाने के लिए आयोजित किया गया था। इससे लोगों में मधुमेह के प्रति सचेतता बढ़ी है और वे अपने स्वास्थ्य की देखभाल के प्रति अधिक गंभीर हो गए हैं।”मधुमेह, जिसे आमतौर पर ‘शुगर’ भी कहा जाता है, वह एक ऐसी बीमारी है जिसमें खून में शुगर का स्तर अधिक हो जाता है। इसके दो प्रकार हैं – टाइप 1 और टाइप 2। टाइप 1 मधुमेह में, शरीर इंसुलिन नहीं बनाता है और टाइप 2 मधुमेह में शरीर इंसुलिन का ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाता। इसके लक्षणों में बार-बार पेशाब आना, अधिक प्यास लगना, वजन में कमी या बढ़ोतरी, और थकान महसूस होना शामिल हैं। समय पर जांच और सही उपचार से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।