IMS गाज़ियाबाद ने आयोजित किया AICTE प्रायोजित राष्ट्रीय सम्मेलन — “आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस एंड जियोपॉलिटिक्स: इनोवेशन एंड बिज़नेस सस्टेनेबिलिटी”।
IMS गाज़ियाबाद ने आयोजित किया AICTE प्रायोजित राष्ट्रीय सम्मेलन — “आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस एंड जियोपॉलिटिक्स: इनोवेशन एंड बिज़नेस सस्टेनेबिलिटी”।
गाज़ियाबाद। इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (IMS), गाज़ियाबाद ने सफलतापूर्वक दो दिवसीय AICTE प्रायोजित राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जिसका विषय था “आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस और भू-राजनीति: नवाचार और व्यापार स्थिरता”। इस शैक्षणिक महोत्सव में देशभर से शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, नीति-निर्माताओं और उद्योग विशेषज्ञों ने भाग लिया, जिससे एक सशक्त मंच पर अंतःविषय विचार-विमर्श और ज्ञान-साझा को बढ़ावा मिला।सम्मेलन को जबरदस्त प्रतिसाद मिला जिसमें 170 से अधिक शोध पत्र और 120 से अधिक पोस्टर प्रस्तुतियाँ सम्मिलित थीं। देशभर के 22 से अधिक प्रतिष्ठित संस्थानों जैसे कि क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, एमिटी यूनिवर्सिटी, शारदा यूनिवर्सिटी, IMT एवं अन्य प्रमुख बिज़नेस स्कूल्स से भागीदारी रही। प्रतिभागियों ने 11 ट्रैक्स में मार्केटिंग, फाइनेंस, ह्यूमन रिसोर्स, ऑपरेशन्स और बिजनेस एनालिटिक्स जैसे विषयों पर अपने शोध प्रस्तुत किए। सम्मेलन में 13 से अधिक बाहरी विशेषज्ञों ने चेयर के रूप में भाग लिया, जिससे अकादमिक गुणवत्ता में वृद्धि हुई।
25 अप्रैल को उद्घाटन सत्र की शुरुआत डॉ. अजय कुमार पटेल, सम्मेलन संयोजक एवं डीन (रिसर्च), IMS गाज़ियाबाद द्वारा सम्मेलन के उद्देश्य और विषय की विस्तृत रूपरेखा के साथ हुई। डॉ. प्रसून एम. त्रिपाठी, निदेशक, IMS गाज़ियाबाद एवं सम्मेलन अध्यक्ष ने सभी गणमान्य अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए यह बताया कि कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वैश्विक व्यापार को परिवर्तित कर रहा है। उन्होंने बताया कि IMS गाज़ियाबाद लगातार AI, मशीन लर्निंग और एनालिटिक्स जैसे आधुनिक तकनीकी विषयों को पाठ्यक्रम में शामिल कर रहा है। विशेष कार्यक्रमों, फैकल्टी प्रशिक्षण, उद्योग सहयोग और इनक्यूबेशन ईकोसिस्टम के माध्यम से IMS भविष्य के लिए तैयार प्रबंधकों को विकसित कर रहा है।
मुख्य अतिथि कुनाल जीत सिंह, निदेशक (SSSJKL), AICTE ने IMS की पहल की सराहना की और AICTE की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए नवाचार को बढ़ावा देने की आवश्यकता बताई। उन्होंने AGI के नीति, शिक्षा और उद्योग में बढ़ते महत्व पर भी चर्चा की और विद्यार्थियों को नई तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। विशिष्ट अतिथि सीए(डॉ.) जे.के. बत्रा, सचिव एवं सीईओ, ICAI, नई दिल्ली ने ICAI की राष्ट्र निर्माण में भूमिका को साझा किया और प्रबंधन, नैतिकता तथा जीवन में सफलता को लेकर व्यावहारिक सुझाव दिए, जिससे उपस्थितजन प्रेरित हुए।
प्रथम दिन की प्लेनरी सेशन का विषय था “The AGI Race: Balancing Technological Advancement, Geopolitical Stability, Economic Security, and Environmental Sustainability” जिसमें राहुल अग्रवाल (ED, GMA), क्षितिज शर्मा (Ericsson), प्रो. राकेश राउत (IIM मुंबई), सचिन शर्मा (KPMG), गरिमा नंदुरी (Pb Financial Services) एवं डॉ. किरण प्रीत कौर (ShipGlobal.in) ने भाग लिया। इस सत्र का संचालन डॉ. डॉली फिलिप्स द्वारा किया गया और चर्चा नवाचार, स्थिरता और वैश्विक संतुलन पर केंद्रित रही।
दूसरे दिन की प्लेनरी सेशन का विषय था “Navigating the Future: Ethical Challenges of Automation, Societal Impacts, and Transformation of Global Labor” जिसमें विशेषज्ञ वक्ताओं में डॉ. एस. अचेरी (BJP Digital Library), प्रत्युष राहुल (Tech Mahindra), प्रो. संदीप जगताप (Cranfield University, UK), अदिति गुप्ता (Crownstack Technologies) और डॉ. अनुजा पांडे (AIMA) शामिल रहे। इस सत्र का संचालन डॉ. पारुल अग्रवाल, प्रोफेसर, IMS गाज़ियाबाद द्वारा किया गया और यह ऑटोमेशन, श्रम परिवर्तन और AI आधारित नेतृत्व के नैतिक पहलुओं पर केंद्रित रहा।
समापन सत्र में भी ख्याति प्राप्त उद्योग विशेषज्ञ और शिक्षाविद उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि श्री अमन लांबा, ग्लोबल डायरेक्टर – पार्टनर सक्सेस, Gigamon ने AI, रणनीति और एंटरप्राइज ग्रोथ के संगम पर प्रभावशाली भाषण दिया। देबप्रिय सादू, निदेशक, Toshiba एवं सौरभ अग्रवाल, हेड – स्ट्रेटेजी एवं ग्रोथ (TCS) ने AI के बढ़ते व्यापारिक योगदान पर विचार रखे और डेटा-संचालित निर्णयों की आवश्यकता को रेखांकित किया। सत्र का समापन सम्मान समारोह, सम्मेलन प्रतिबिंब और आभार ज्ञापन के साथ हुआ।
मुख्य सम्मेलन से पहले, 24 अप्रैल को एक प्री-कॉन्फ्रेंस वर्कशॉप आयोजित की गई, जिसका विषय था “How to Get Published in Quality Journals” जिसे डैबी धर, सीनियर कमीशनिंग एडिटर, SAGE Publications द्वारा संचालित किया गया। इसमें शोधकर्ताओं और शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण प्रकाशन के लिए उपयोगी रणनीतियाँ बताई गईं। सम्मेलन की शैक्षणिक प्रभावशीलता को और मजबूत करते हुए, चुने गए शोध पत्रों को Taylor & Francis, Scopus-सूचित जर्नल्स, IGI Global एवं AIBPM जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय प्रकाशकों में प्रकाशित किया जाएगा।इस सफल आयोजन के पीछे डॉ. प्रसून एम. त्रिपाठी, निदेशक (सम्मेलन अध्यक्ष) एवं डॉ. अजय कुमार पटेल, डीन-रिसर्च (सम्मेलन संयोजक) का कुशल नेतृत्व एवं दूरदर्शिता रही। यह सम्मेलन एक बार फिर IMS गाज़ियाबाद को प्रौद्योगिकी-संचालित, शोध-प्रधान प्रबंधन शिक्षा में अग्रणी संस्थान के रूप में स्थापित करता है।