गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में सड़क सुरक्षा पर बड़ा मंथन, परिवहन आयुक्त बी.एन. सिंह ने दिखाई नई राह
गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में सड़क सुरक्षा पर बड़ा मंथन, परिवहन आयुक्त बी.एन. सिंह ने दिखाई नई राह
सड़क सुरक्षा और तकनीक का संगम: मिशन कर्मयोगी कार्यशाला में उठे जागरूकता और नवाचार के स्वर
उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा का संकल्प: परिवहन विभाग ने दिखाई तकनीक आधारित भविष्य की झलक
गौतमबुद्धनगर।उत्तर प्रदेश के परिवहन आयुक्त बी.एन. सिंह के नेतृत्व में गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा में “मिशन कर्मयोगी और सड़क सुरक्षा” विषय पर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने में तकनीकी नवाचारों की भूमिका को रेखांकित करना था, जिसमें एक हजार से अधिक लोग शामिल हुए।परिवहन आयुक्त बी.एन. सिंह ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में तकनीक एक क्रांतिकारी कदम साबित हो सकती है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा सड़क सुरक्षा को लेकर किए गए प्रयासों का उल्लेख किया।सिंह ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) और अन्य आधुनिक तकनीकों का उपयोग बढ़ाने पर जोर दिया।
उनके अनुसार, “सड़क सुरक्षा केवल नियमों का पालन कराने तक सीमित नहीं है, इसके लिए जागरूकता, शिक्षा और तकनीकी हस्तक्षेप की आवश्यकता है इस कार्यशाला में कई तकनीकी पहलों पर विस्तार से चर्चा की गई, जिनमें इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च (IDTR), ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन (ATS), और इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) शामिल थे। श्री सिंह ने रायबरेली में स्थापित IDTR को एक उत्कृष्टता केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना पर प्रकाश डाला और गौतमबुद्ध नगर में भी इसका विस्तार करने की जानकारी दी। इसके अलावा, तकनीकी पहलें जैसे एआई आधारित कैमरे और सेंसर सड़क सुरक्षा नियमों के उल्लंघन को तुरंत पकड़ने में सक्षम हैं, जिससे प्रवर्तन प्रक्रिया को सख्त किया जा सकता है।कार्यशाला में यह भी स्पष्ट किया गया कि सड़क सुरक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह समाज के हर वर्ग, विशेषकर युवाओं और शिक्षकों की जिम्मेदारी है। अपर मुख्य सचिव एल. वेंकटेश्वर लू ने कहा, “स्कूलों में सड़क सुरक्षा नोडल शिक्षकों की नियुक्ति एक सकारात्मक कदम है, जो बच्चों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने भी सड़क सुरक्षा को मुख्यमंत्री की प्राथमिकता बताते हुए कहा कि जागरूकता और तकनीक के संयोजन से सकारात्मक परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।समापन और संकल्प कार्यशाला के समापन सत्र में परिवहन आयुक्त बी.एन. सिंह ने सभी प्रतिभागियों से सड़क सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा, “सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए तकनीक और जागरूकता का संयोजन उत्तर प्रदेश को सुरक्षित सड़कें देने में मदद करेगा।” कार्यशाला में उपस्थित सभी लोगों ने सड़क सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया और मिलकर इस दिशा में काम करने का संकल्प लिया।