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धर्मस्थली बन चुका है गिरधरपुर का तालाब, दूर-दूर तक है लोगों की श्रद्धा। ग्रामवासियों ने दीपावली पर तालाब पर लगाए 3100 दिए
धर्मस्थली बन चुका है गिरधरपुर का तालाब, दूर-दूर तक है लोगों की श्रद्धा। ग्रामवासियों ने दीपावली पर तालाब पर लगाए 3100 दिए
शफी मौहम्मद सैफी
बिलासपुर । ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण व सदर तहसील गांव गिरधरपुर में स्थित तालाब स्वच्छता का एक जीता जागता नमूना है, फिर भी ग्रामीण इसे प्राधिकरण की अनदेखी का शिकार मानते हैं। ग्रामवासी रविंद्र प्रधान ने हमें बताया कि इस दीपावली पर इस तालाब पर गांव के लोगों ने 3100 दिए जलाए और उसे सजावट की। गिरधरपुर गांव में आजादी से पहले और बाद में अनेक संतों ने जमीन में इच्छा समाधि ली। गांव के करतार भाटी, सिब्बी भाटी, कुंवर पाल टाइगर ने बताया कि कई संतों ने यहां अपनी इच्छा से भूमि के अंदर जिंदा समाधि ले ली। गांव के लोग इस समाधि स्थल को एक पूज्यनीय स्थल के रूप में देखते हैं, जो सिकंदराबाद कासना रोड के बीच गिरधरपुर गांव में लगभग 18 बीघा जमीन पर स्थित है। गांव के पूर्व प्रधान रामवीर भाटी ने बताया कि लगभग 15 वर्ष पहले इस वेटलैंड का सुंदरीकरण शुरू हुआ था। एक साइड पक्का करने के बाद ठेकेदार कार्य बीच में छोड़कर ही चला गया, जो आज तक पूरा नहीं हुआ। यदि इसकी बाउंड्री व सुंदरीकरण करा दिया जाए तो यह एक अच्छा पर्यटक स्थल भी बन सकता है। बता दें कि यह पूर्व मंत्री वेदराम भाटी का पैतृक गांव है। जो आज अमृत सरोवर योजना की सूची में शामिल होने पर और सुंदरीकरण करने की जरूरत है ।