GautambudhnagarGreater Noida

गलगोटिया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टैक्नोलॉजी, ग्रेटरनोएडा के परिसर में ‘‘आई0सी0ए0सी0सी0 सी0न0-2023),‘‘ पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ उद्घाटन।

गलगोटिया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टैक्नोलॉजी, ग्रेटरनोएडा के परिसर में ‘‘आई0सी0ए0सी0सी0 सी0न0-2023),‘‘ पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ उद्घाटन।

शफी मौहम्मद सैफी

ग्रेटर नोएडा। गलगोटिया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टैक्नोलॉजी, ग्रेटरनोएडा के परिसर में ‘‘आई0सी0ए0सी0सी0 सी0न0-2023),‘‘ पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन दिनांक 15.12.2023 को मुख्य अतिथि प्रोफेसर एम. एन. दोजा,निदेशक, आईईईटी, सोनीपत द्वारा किया गया।संबोधन के दौरान प्रो0. दोजा ने चैट जीपीटी एवं माडर्न टुल पे विचार रखे। सत्र की अध्यक्षता ग्रुप कैप्टन (रिटायर्ड) डॉ0 पी0के0 चोपड़ा,वीएसएम, महानिदेशक, जीईआई ने की।उन्होंने कांफ्रेंस के थीम बारे मे बताया। डाॅ एस. के सिंह, कुलपति, राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा ने आनलाइन शिक्षा के महत्व के बारे मे बताया।व्याख्यान में डॉ. प्रभाकर तिवारी,प्रोफेसर, मममयूटी, गोरखपुर (आईईई यूपी सेक्शन) ने लो पावर एवं लो मेमोरी के बारे मे विस्तार से बताय।विशिष्ट अतिथि डा. अजय बेनीवाल ने बायोडिग्रेडेबल सेंसर एवम स्किन डीजिज के बारे मे बताया। कांफ्रेंस के दूसरे दिन(16.12.2023) मुख्य अतिथि डाॅ एस. न. सिंह, निदेशक, एबीबी आईटीएम, ग्वालियर ने एथिकल एआई एवं स्मार्ट तकनीक के बारे मे संक्षिप्त परिचय दिया, साथ ही उन्होने कांफ्रेंस के विषय को आज के परिदृश्य से जोडकर बताया। विशिष्ट अतिथि डाॅ अखिलेश तिवारी, सचिव आईईई यूपी सेक्शन ने कहा कि विभिन्न तकनीकी क्षेत्रो को एक साथ मिलकर काम करने पर जोर दिया। डाॅ आशीष कुमार सिंह, एम एन एन आईटी इलाहाबाद, मेम्बर सचिव, आईईई यूपी सेक्शन, ने एआई के उपयोगिता के बारे मे बताया।एना क्लार्क, प्रोफेसर, आस्ट्रेलिया ने लैंग्वेज माडल के डेवलपमेंट के बारे मे विस्तार से चर्चा किया। कांफ्रेंस के दौरान देश विदेश के तीन सौ से ज्यादा प्रोफेसरो, एवम छात्रो ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये। यवादप्रस्ताव के साथ, डॉ. विष्णु शर्मा, विभागाध्यक्ष कम्प्यूटर एवम एलाईड साइंस, जीसीईटी ने बताया किइस सम्मेलन में भारत व विदेशों के उद्योगों और प्रतिष्ठित संस्थानों के एक दर्जन से अधिक विशेषज्ञों ने कांफ्रेंस के थीम से संबंधित विषयो पर विचार-विमर्श किया।सम्मेलनमें 2100 से अधिक शोध पत्र प्राप्त हुए जिसमे से तीन सौ से अधिक शोध पत्रो चयन किया गया। सम्मेलन का सारांश डॉ. जया सिन्हा द्वारा प्रस्तुत किया गया।कांफ्रेंस मे विभाग एवम कालेज के सभी शिक्षको ने भाग लिया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button