गौतमबुद्धनगर जनपद का ऐतिहासिक गुरु द्रोणाचार्य प्रांगण में 101 वां वार्षिक श्री कृष्ण जन्मोत्सव मेला शुरू, सांसद डॉ महेश शर्मा ने किया उद्घाटन
गौतमबुद्धनगर जनपद का ऐतिहासिक गुरु द्रोणाचार्य प्रांगण में 101 वां वार्षिक श्री कृष्ण जन्मोत्सव मेला शुरू, सांसद डॉ महेश शर्मा ने किया उद्घाटन
दनकौर। श्री द्रोण गऊशाला का संचालन करने वाली श्री द्रोण गऊशाला समिति हर साल दनकौर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पर्व पर मेले का आयोजन करती है। इस वर्ष दनकौर के मेले को 101 वर्ष पूरे हो गए हैं रविवार को गौतमबुद्धनगर के सांसद डॉ महेश शर्मा ने इसका उद्घाटन किया इस मौके पर श्री द्रोण गौशाला समिति से जुड़े रजनीकांत अग्रवाल, मनीष मांगलिक, सुशील बाबा, मोहित गर्ग के अलावा दनकौर की चेयरमैन राजवती देवी के पुत्र और चेयरमैन प्रतिनिधि दीपक सिंह, सांसद प्रतिनिधि सोनू वर्मा, दनकौर मंडल अध्यक्ष हरिदत्त शर्मा, हरेंद्र शर्मा, सभासद दुष्यंत कुमार, अजय कुमार, पुनीत कुमार गुप्ता,मुकुल शर्मा भी मौजूद रहे। इस वर्ष का मेला 6 सितंबर तक चलेगा। यहां हो रहे दंगल में इस बार 57 किलो वजन से लेकर 125 किलो वजन तक के पहलवान कुश्ती लड़ेंगे। मंगलवार 28 अगस्त को 57 किलोग्राम और 64 किलोग्राम वजन की कुश्ती होंगी जिसमें 21 हजार रुपए प्रथम इनाम दिया जाएगा।29 अगस्त को 74 किलोग्राम से 86 किलोग्राम की कुश्ती होगी जिसमें प्रथम इनाम 31000 रुपए रखा गया है वही बड़ा दंगल 96 किलोग्राम से पर 125 किलोग्राम तक 30 अगस्त को आयोजित किया जाएगा जिसमें प्रथम पुरस्कार 51000 रुपए रखा गया हैमेला आयोजन समिति द्रोण गऊशाला समिति के पदाधिकारियो ने बताया कि रात्रि में द्रोण नाट्यशाला प्रांगण में 25 अगस्त को मेले में बांके बिहारी की भजन संध्या, 26 अगस्त को श्री कृष्ण जन्म की लीला एलईडी पर, 27 अगस्त को सूफियाना नाइट, 28 अगस्त को मोहन बाबा का जागरण, 29 व 30 अगस्त को रागिनी महोत्सव, 31 अगस्त को श्री कृष्ण जन्म लीला नाटक का मंचन दिल्ली रंगमंच के कलाकारों द्वारा किया जाएगा उसके अलावा 1 सितंबर को वीर झलकारी बाई एवं बैजू बावरा नाटक का मंचन दिल्ली रंगमंच के कलाकारों द्वारा, 2 सितंबर को दिल्ली रंगमंच के कलाकारों द्वारा शहीद भगत सिंह एवं कर्ण महारथी नाटक का मंचन, 3 सितंबर को पृथ्वीराज चौहान एवं वीर हकीकत राय नाटक का मंचन दिल्ली के कलाकारों द्वारा, 4 सितंबर को कवि सम्मेलन और 5 सितंबर को सांस्कृतिक नृत्य महोत्सव व 6 सितंबर को गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज पर अंतिम कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा