लॉयड स्किल सेंटर में लॉजिस्टिक ड्रोन को किया जाएगा विकसित।ड्रोन टेक्नोलॉजी का अगले 5 साल में ट्रांसपोर्टेशन के लिए प्रमुखता से उपयोग किया जाएगा। प्रोफेसर राजीव अग्रवाल
लॉयड स्किल सेंटर में लॉजिस्टिक ड्रोन को किया जाएगा विकसित।
ड्रोन टेक्नोलॉजी का अगले 5 साल में ट्रांसपोर्टेशन के लिए प्रमुखता से उपयोग किया जाएगा। प्रोफेसर राजीव अग्रवाल
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा । नॉलेज पार्क स्थित लॉयड इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में आज दिनांक 20 दिसंबर 2023 को ड्रोन तकनीक का प्रतिष्ठित कंपनी टीसओ के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया गया। समझौते के तहत टीसओ और लॉयड स्किल सेंटर लॉजिस्टिक ड्रोन को विकसित करेगा। लॉजिस्टिक ड्रोन आने वाले 5 वर्षों में ट्रांसपोर्टेशन के लिए प्रमुखता से उपयोग किया जाएगा।लॉयड कॉलेज के निदेशक प्रोफेसर राजीव अग्रवाल ने बताया कि लॉयड स्किल सेंटर और टसओ कंपनी संयुक्त रूप से लॉजिस्टिक ड्रोन विकसित करेगा जिसमें 50% खर्च का वहन दोनों ही संस्थान के द्वारा किया जाएगा।आज NHAI के निर्देशन में हेलीपैड के साथ-साथ ड्रोन पैड को भी विकसित किया जा रहा है। ड्रोन टेक्नोलॉजी काफी तेजी से आम जनजीवन में उपयोग किया जा रहा है, बड़े सोसाइटियों में ड्रोन पैड बनाया जा रहा है ,जिससे ऊंची इमारत तक बहुत ही कम समय में चिकित्सा सुविधा को पहुंचाया जा सके, जरूरत पड़ने पर आसानी से निगरानी भी किया जा सके। टीसओ कंपनी के सह संस्थापक किशन तिवारी ने इस मौके पर बताया कि लॉयड स्किल सेंटर में हम साथ मिलकर दैनिक जीवन में ड्रोन की उपयोगिता को बढ़ाने के लिए अनुसंधान करेंगे ,पिछले 4 वर्षों में ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में काफी विकास हुआ है, किशन तिवारी ने बताया कि आज के समय में सरकार की पलआई योजना हम लोगों के लिए काफी फायदेमंद है ,उल्लेखनीय है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा टीसओ कंपनी और उनके संस्थापकों के उल्लेखनीय प्रयास के बारे में प्रशंसा किया गया है। लॉयड स्किल केंद्र प्रमुख मनीष सारस्वत ने बताया कि हमारे छात्र और सहकर्मिय लॉजिस्टिक ड्रोन को विकसित करने के लिए काफी उत्साहित हैं,नवाचार को हम लोग प्रोत्साहित करेंगे आने वाले वर्षों में ड्रोन इंडस्ट्री में छात्रों को सर्वाधिक रोजगार मिलेगा जिसके लिए हमारे छात्र पूर्णतः तैयार रहेंगे। इस मौके पर डॉक्टर ए एल एन राव, शशि प्रकाश द्विवेदी,अमृता राय,अशीष परमार सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।