रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए जीएसटी के प्रशासनिक अधिकारी , स्थानीय कारोबारी से पुराने असेसमेंट क्लियर करने के एवज में मांगी थी धनराशि
रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए जीएसटी के प्रशासनिक अधिकारी , स्थानीय कारोबारी से पुराने असेसमेंट क्लियर करने के एवज में मांगी थी धनराशि
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा। जनपद गौतमबुद्धनगर के जीएसटी कार्यालय में तैनात प्रशासनिक अधिकारी सतेन्द्र बहादुर सिंह को सोमवार, 19 मई 2025 को 45 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। यह कार्रवाई मेरठ स्थित उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान की ट्रैप टीम द्वारा की गई। आरोपी अधिकारी ने एक स्थानीय कारोबारी से पुराने असेसमेंट क्लियर करने के एवज में यह धनराशि मांगी थी।शिकायतकर्ता की ‘रामाटेक’ नामक फर्म ग्राम सलारपुर, नोएडा में वर्ष 2016 से कंप्यूटर रिपेयरिंग का कार्य कर रही है। फर्म का वैट और जीएसटी नियमित रूप से जमा किया जाता रहा है। शिकायतकर्ता ने बताया कि 29 अप्रैल 2025 को उन्हें एक फोन आया जिसमें कॉलर ने खुद को ‘भूदेव’ बताया और कहा कि फर्म के 2016-17 व 2017-18 के असेसमेंट नहीं कराए गए हैं। इस पर ₹4,55,840 की बकाया राशि दिखाते हुए उन्हें सेक्टर-148 के जीएसटी कार्यालय में मिलने को कहा गया।शिकायतकर्ता जब 9 मई को ऑफिस पहुँचा तो भूदेव ने सारा मामला अपने वरिष्ठ अधिकारी सतेन्द्र बहादुर सिंह से मिलवाने की बात कही। बाद में 13 मई को सतेन्द्र बहादुर सिंह से मिलने पर उन्होंने बकाया राशि की पुष्टि की और खुले तौर पर ₹50,000 की रिश्वत मांगते हुए कहा कि रकम देने पर केस खत्म कर देंगे। जब कारोबारी ने असमर्थता जताई, तो उन्होंने 45 हजार रुपये तय कर दिये और कम राशि लेने से साफ इनकार कर दिया।इतना ही नहीं, अधिकारी के दबाव में आकर कारोबारी के बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा भंगेल के अकाउंट को भी ईमेल के जरिए फ्रीज करा दिया गया, जिससे उसका व्यापारिक लेनदेन पूरी तरह रुक गया।कारोबारी रिश्वत नहीं देना चाहता था, इसलिए उसने सतर्कता अधिष्ठान में शिकायत दर्ज कराई। योजना के तहत सोमवार को आरोपी अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा गया। उनके खिलाफ थाना नॉलेज पार्क में भ्रष्टाचार से संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कराया जा रहा है।
संदेश।सतर्कता अधिष्ठान भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार सख्त कदम उठा रहा है। यदि किसी सरकारी कर्मचारी द्वारा कार्य के बदले रिश्वत की मांग की जाती है, तो नागरिक 9454401866 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।