दिव्यांग जुहा राशिद ने उम्मीद संस्था के निशुल्क पुस्तक बैंक में दी दान में पुस्तकें, हाईस्कूल में प्राप्त किए थे 82% अंक
दिव्यांग जुहा राशिद ने उम्मीद संस्था के निशुल्क पुस्तक बैंक में दी दान में पुस्तकें, हाईस्कूल में प्राप्त किए थे 82% अंक
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा। दुजाना स्थित उम्मीद संस्था के निशुल्क पुस्तक बैंक क्षेत्र में जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है जिसमें लोगों के घरों पर रखी पुरानी पुस्तकों को रद्दी में न बेचकर किसी जरूरतमंद की मदद या फिर निशुल्क पुस्तक बैंक में जमा करने के लिए अभिभावकों को प्रेरित किया जा रहा है उम्मीद संस्था के संस्थापक एवं संयोजक डॉक्टर देवेंद्र कुमार नागर ने बताया कि इसी क्रम में शत प्रतिशत दिव्यांग कक्षा दसवीं मैं दोनों हाथ न होने पर भी 82% से परीक्षा पास करना अपने आप में एक उदाहरण है जुहा राशिद बिटिया के इस अद्वितीय और प्रेरणादायक प्रयास को नमन! उनकी मेहनत, लगन, और दूसरों के प्रति सेवा का भाव वास्तव में अनुकरणीय है। लगभग 52 किलोमीटर दूर से चलकर अपनी पुरानी किताबें जरूरतमंद बच्चों की मदद के लिए देना उनकी समाज के प्रति एक बड़ी जिम्मेदारी और दया की भावना को दर्शाता है। जुहा की यह सोच और सकारात्मक नजरिया हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके इस परोपकारी कदम से हमें यह सीख मिलती है कि जीवन में अपने साथ-साथ दूसरों की भलाई के लिए भी काम करना चाहिए। उम्मीद संस्था के संरक्षक मास्टर ब्रह्म सिंह एवं हुकम सिंह आर्य ने बिटिया को भविष्य में किसी भी स्तर कि किताबें की जरूरत पड़ती है तो उसे निशुल्क पुस्तक बैंक बिटिया को उपलब्ध कराएगी इस मौके पर मुख्य रूप से मास्टर ब्रह्म सिंह,मास्टर हुकम सिंह आर्य,जागेश कुमार,शिवांश चौधरी, अभय प्रताप चौधरी आदि संस्था के लोग उपस्थित रहे