पैथोलॉजी विभाग, राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा ने अंतर्राष्ट्रीय पैथोलॉजी दिवस “पैथोलॉजी और स्वास्थ्य देखभाल में कृत्रिम बुद्धिमत्ता” विषय पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन।
पैथोलॉजी विभाग, राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा ने अंतर्राष्ट्रीय पैथोलॉजी दिवस “पैथोलॉजी और स्वास्थ्य देखभाल में कृत्रिम बुद्धिमत्ता” विषय पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन।
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा। पैथोलॉजी विभाग, राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा ने अंतर्राष्ट्रीय पैथोलॉजी दिवस, 8 नवंबर, 2023 को “पैथोलॉजी और स्वास्थ्य देखभाल में कृत्रिम बुद्धिमत्ता” विषय पर एक अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया।अतिथि वक्ता डॉ. नलिनी बंसल गुप्ता, एफआरसी पाथ, प्रिंसिपल कंसल्टेंट और प्रभारी हिस्टोपैथोलॉजी, इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रो एंड हेपेटोपैथोलॉजी गुरुग्राम द्वारा भाषण दिया गया। उन्होंने कृत्रिम बुद्धिमत्ता के इतिहास, कंप्यूटर सीखने और गहन शिक्षण के बीच अंतर के बारे में बात की। उन्होंने सबसे पेचीदा सवाल का जवाब दिया कि क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक पैथोलॉजिस्ट/डॉक्टर की जगह ले सकता है। उन्होंने विभिन्न अन्य स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्रों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता की भूमिका को भी कवर किया।अतिथि व्याख्यान में 75 से अधिक लोगों ने भाग लिया। जीआईएमएस, ग्रेटर नोएडा के निदेशक डॉ. (ब्रिगेडियर) राकेश गुप्ता ने प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए रोगी देखभाल में रोगविज्ञानियों द्वारा किए गए योगदान को मान्यता दी।इस अवसर पर बोलते हुए पैथोलॉजी विभाग की प्रमुख डॉ. शिवानी कल्हान ने कहा, “पैथोलॉजी चिकित्सा का जासूसी कार्य है, जो अंतर्निहित बीमारी का निर्धारण करने के लिए नैदानिक नमूनों से सुराग इकट्ठा करता है।”इस अवसर पर सीएमएस डॉ. सौरभ श्रीवास्तव, डीन डॉ. रंभा पाठक, विभागाध्यक्ष डॉ. अजय कुमार साहनी (माइक्रोबायोलॉजी), डॉ. रंजना (एनाटॉमी), डॉ. मनीषा सिंह (बायोकैमिस्ट्री), डॉ. हुकुम सिंह (ईएनटी), डॉ. भी मौजूद रहे। पीहू सेठी (त्वचाविज्ञान)। एनआईआईएमएस, ग्रेटर नोएडा के निदेशक डॉ अरुण चौधरी ने भी अपनी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई।