एनपीसीएल का ग्रामीण इलाकों में पीरियड्स के दौरान हाइजीन को लेकर जागरुकता अभियान,7 गांवों और स्कूलों में 80000 मुफ्त सेनेटरी पैड का किया वितरण
एनपीसीएल का ग्रामीण इलाकों में पीरियड्स के दौरान हाइजीन को लेकर जागरुकता अभियान,7 गांवों और स्कूलों में 80000 मुफ्त सेनेटरी पैड का किया वितरण
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा।सरकारी स्कूलों की छात्राओं और ग्रामीण महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य को लक्ष्य बनाते हुए नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड ने सीएसआर के तहत एक विशेष मुहिम चलाई है। इस अभियान में विशेष रूप से महावारी के दौरान महिलाओं को स्वास्थ्य और स्वच्छता को लेकर जागरूक बनाया जा रहा है।सीएसआर के तहत चलाए जा रहे इस अभियान को एनपीसीएल ने प्रोजेक्ट संकल्प’ का नाम दिया है। आज इसके तहत ग्रेटर नोएडा के हतेवा गांव में छज्जू सिंह गोपाल राय वैदिक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता जागरूता’ अभियान का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ सुश्री अन्नपूर्णा गर्ग (आईएएस), अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण की मौजूदगी में हुआ और इस मौके पर एनपीसीएल की ओर से मेघना दोसी, हेड बीई एंड सीआर,सीएसआर भी मौजूद रहीं। इस कार्यक्रम में भारी संख्या में स्कूली छात्राएं और महिलाओं की भी उपस्थिति देखी गई।एनपीसीएल की ओर से शुरू की गई इस मुहिम में 7 प्रमुख गांवों और वहां के सरकारी स्कूलों को शामिल किया गया है। इस अभियान के तहत सभी 7 गांवों और वहां के स्कूलों में एनपीसीएल की ओर से इंसीनरेटर भी लगाए जाएंगे जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बगैर इस्तेमाल किए गए सैनेटरी पैड का उचित तरीके से निपटान किया जा सके। इस अभियान के पहले चरण में घोडी बछेड़ा, सलेमपुर गुर्जर, डाबरा, हतेवा, पीपलका सूरतपुर, जुनपत और फतेहपुर रामपुर गांव और वहां स्थित स्कूलों को शामिल किया गया है। एनपीसीएल की ओर से चलाए जा रहे इस अभियान के तहत 80000 निःशुल्क सेनेटरी पैड वितरित किए जाएंगे और इससे10000 से ज्यादा महिलाओं और छात्राओं को लाभ होगा।एनपीसीएल इस प्रोजेक्ट पर सहयोगी एनजीओ पिंकिश फाउंडेशन के साथ मिलकर काम कर रहा है। इस अभियान के तहत जहां सरकारी स्कूलों की छात्राओं और ग्रामीण महिलाओं के बीच सेनेटरी पैड का नि:शुल्क वितरण किया जा रहा है वहीं इस्तेमाल हुए पैड के प्रबंधन और पर्यावरणीय तरीके से इंसीनरेटर द्वारा निपटान के लिए भी जागरूक किया जा रहा है।