अग्निशमन सप्ताह के तहत ग्रेटर नोएडा के फोर्टिज हॉस्पिटल में दी आग से बचाव की जानकारी, जगह-जगह लोगों को बांटे पंपलेट
अग्निशमन सप्ताह के तहत ग्रेटर नोएडा के फोर्टिज हॉस्पिटल में दी आग से बचाव की जानकारी, जगह-जगह लोगों को बांटे पंपलेट
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा। भारत में हर साल कोने-कोने में “अग्निशमन सेवा सप्ताह” मनाया जाता है. इसे मनाते हुए करीब 76-77 साल बीत चुके हैं. हिंदुस्तान में दमकल सेवा से जुड़े हर अफसर और जवान को “अग्निशमन सेवा सप्ताह” (फायर सर्विस वीक) हर साल 14 अप्रैल को मनाने की जानकारी तो है. मगर आमजन को यह शायद ही पता होगा कि आखिर हिंदुस्तान में सालाना “फायर सर्विस वीक” मनाया क्यों और कब से जा रहा है? दरअसल, इसे मनाने के पीछे दमकलकर्मियों की कभी न भूल पाने वाली बहादुरी और त्याग की कहानी छिपी है. वो कहानी जिसे लिखने के लिए मंबई फायर सर्विस के 66 बहादुरों ने अपने प्राणों की आहूति एक जगह एक वक्त में देने में गुरेज नहीं की थी। उनकी याद में अग्निशमन सप्ताह मनाया जाता है।अग्निशमन सप्ताह के दृष्टिकोण से फायर स्टेशन इकोटेक प्रथम अधिकारी जितेंद्र कुमार ने हमें बताया ग्रेटर नोएडा के क्षेत्रान्तर्गत निम्नलिखित स्थानों पर जागरूक अभियान व पम्पलेट वितरण की गई। फोर्टिस हॉस्पिटल, लगभग 50 लोगों को पंपलेट वितरण की गई, रेडिसन होटल 30 लोगों को पंपलेट वितरण की गई, वेनिस मॉल के पास पेट्रोल पंप पर लगभग 60 से 70 लोगों को पंपलेट, कासना औद्योगिक क्षेत्र लगभग 60 से 70 लोगों को पंपलेट 5- पी–03 गोल चक्कर लगभग 40 से 50 लोगों को पंपलेट, फोर्टिस हॉस्पिटल के पास झुग्गी झोपड़ी लगभग 60 से 70 लोगों को पंपलेट, नट की मड़ैया लगभग 70 से 80 लोगों को पंपलेट वितरण की गई इस बारे में हमें अग्निशमन अधिकारी ईकोटेक वन जितेंद्र कुमार ने बताया कि आज के ही दिन 14 अप्रैल 1944 को मुंबई बंदरगाह पर माल वाहक जहाज फोर्ट स्टीकेन में लगी आग पर साहस व पराक्रम का प्रदर्शन करते हुए काबू पाने के क्रम में आग बुझाने वाले दमकल के 66 अग्निशमन कर्मी आग की लपेट में आकर वीरगति को प्राप्त हुए थे। इन बहादुर अग्निशमन कर्मियों की स्मृति में प्रत्येक वर्ष 14 अप्रैल को अग्निशमन दिवस और 14 अप्रैल से 20 अप्रैल तक अग्निशमन दल द्वारा अग्नि सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है।