धूमधाम से मनाया गया ईद-उल-फितर, नमाज के बाद एक-दूसरे के गले लगकर दी बधाई
धूमधाम से मनाया गया ईद-उल-फितर, नमाज के बाद एक-दूसरे के गले लगकर दी बधाई
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा।माह-ए- रमजान में महीने भर की इबादत का सिलसिला ईदुल फितर की नमाज के साथ पूरा हो गया। गुरुवार को जिले भर में ईदुल फितर का त्योहार पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। लोगों ने ईद की नमाज अदा कर मुल्क और कौम की तरक्की के लिए दुआ मांगी। शहर और जिले की बाकी मस्जिदों में भी ईद की नमाज अदा की गई है।ईद की नमाज अदा करने के बाद लोगों ने एक दूसरे को गले लगकर ईद की मुबारकबाद दी। इसके बाद एक दूसरे के घरों पर जाकर मुबारकबाद देने का सिलसिला शुरू हुआ। सिवईयां और खास तरह के व्यंजनों से लोग मेहमानों का स्वागत कर रहे हैं। ईद की नमाज के बाद सड़कों पर लोग उत्साह में नजर आए।इस्लाम धर्म के मानने वाले समुदाय का सबसे अहम त्योहार ईद-उल-फितर सभी के लिए खुशियाँ लेकर आया. रमजान के 30 रोजें पूरे होने पर गुरुवार को त्यौहार मनाया गया। बिलासपुर व आसपास के तमाम मुस्लमान सुबह ईदगाह पहुंचे जहाँ ईद की विशेष नमाज़ पढ़ी गई यह नमाज करी मुमताज ने अदा की उन्होंने कहा अपने रब को राज़ी रखने के लिए मुस्लिम समुदाय ने रमजान के महीने में रोजे रखे कष्ट उठाकर अपने गुनाहों की माफी मांगी, परिवार और पूरे समाज के लिए दुआ मे अमन शांति और तरक्की चाही इस समर्पण और नेक दिली का खुदा ने ईद उल फितर के रूप मे मुबारक तोहफा दिया है य़ह मोहब्बत का पैगाम है।ईद को मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन घर आए मेहमानों का स्वागत मीठी सेवईयो से करने की मुस्लिम परंपरा है. गले मिलकर सभी ने ईद मुबारक कहा और एक दूसरे से त्यौहार की बधाई स्वीकार की. समाज के लोगों ने कहा रमजान के पूरे महीने में सारी दुनिया के मुसलमान अल्लाह की ईबादत करते हैं, ज़कात देते हैं, रोजा रखते हैं य़ह खुद को पाक करने का महीना है।मजलूम और जरूरतमंदों की सहायता करने की य़ह त्यौहार प्रेरणा देता है, जिससे सभी वर्ग और सम्प्रदाय मे आपसी प्रेम और भाईचारा बढ़ता है. माना जाता है कि रमजान के महीने दिल से की गई इबादत इंसान से हुए गुनाहों की उसे माफी मिलती है।खुशी के इस मौके पर बिलासपुर की अध्यक्ष लता सिंह के पति संजय सिंह ईदगाह पहुंचे और लोगों के गले लगकर उ बधाई दी यहां ईदगाह मैदान से लेकर सड़कों तक मेल मिलाप का दृश्य दिखायी दिया. ईद की मिठास और आपसी भाईचारा सभी के चेहरे पर बिखरी मुस्कान से झलक उठा।