शारदा विश्वविद्यालय में व्हाइट कोट सेरेमनी का हुआ आयोजन
शारदा विश्वविद्यालय में व्हाइट कोट सेरेमनी का हुआ आयोजन
ग्रेटर नोएडा ।नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय में नए सत्र में एडमिशन लेने वाले एमबीबीएस के छात्रों के लिए व्हाइट कोट सेरेमनी का आयोजन किया इस दौरान पर छात्रों को वाइट कोर्ट पहनाकर उन्हें शपथ भी दिलाई गई।, । कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय चांसलर पीके गुप्ता, प्रो चांसलर वाईके गुप्ता,मुख्य अतिथि डॉ. अतुल गोयल, प्रोफेसर, मेडिसिन विभाग, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज एवं एसोसिएट हॉस्पिटल्स, पूर्व डीजीएचएस, भारत सरकार, अतिथि डॉ. अशोक कुमार जरयाल, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, फिजियोलॉजी विभाग, विश्वविद्यालय के प्रो वाइस चांसलर डॉ परमानन्द, और शारदा हॉस्पिटल के मेडिकल सुप्रीटेंडेंटे डॉ रामामूर्ति शर्मा,स्कूल ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च की डीन डॉ निरुपमा गुप्ता ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।शारदा विश्वविद्यालय के चांसलर पीके गुप्ता ने कहा कि वाइट कोट डॉक्टर्स की पहचान होती है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर बनना सिर्फ हमारा सपना नहीं होता हमारे माता-पिता के सपने और उम्मीदें भी इसके साथ जुड़ी होती है। विश्वविद्यालय में नीट परीक्षा में टॉप करने वाले छात्रों ने एडमिशन लिया है। हमारा यही मकसद है आप अच्छे डॉक्टर के साथ अच्छे इंसान बनकर निकले। उन्होंने कहा कि अगर भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है तो रिसर्च व नवाचार पर ध्यान देना होगा। विश्वविद्यालय में जितनी भी सुविधा है उसका भरपूर इस्तेमाल करें।।कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि डॉ अतुल गोयल फॉर्मर डायरेक्टर जेनरल ऑफ़ हेल्थ सर्विस भारत सरकार ने कहा की आज की टेक्नोलॉजी मेडिकल साइंस को खत्म कर रही है तब से मार्किट मे AI आया है सभी लोग उसी पर निर्भर होते जा रहे है उन्होंने कहा कि मेडिकल साइंस मे पारंपरिक चिकित्सा पद्धति की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है और आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों के आदी होने के कारण हम पारंपरिक चिकित्सा पद्धति का अनादर करने लगते हैं, जबकि भारत में ऐसी बहुत सी चिकित्सा पद्धतियाँ हैं, जैसे आयुर्वेद, होम्योपैथी आदि कौशल, सहानुभूति और डॉक्टर एक ऐसा स्वास्थ्य पेशेवर होता है जिसे रोगों का निदान करने, उनका उपचार करने और लोगों को स्वस्थ रखने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। इस कार्यक्रम के दौरान डॉ अशोक कुमार जरयाल ने कहा व्हाइट कोट समारोह एक गौरवशाली क्षण है जो भविष्य के डॉक्टरों के रूप में आपकी यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है। यह आपको हमेशा दयालु, ईमानदार और दूसरों की मदद के लिए समर्पित रहने की याद दिलाता है। शारदा विश्वविद्यालय आपका स्वागत करने और आपको सहयोग देने में प्रसन्न है, इस कार्यक्रम के दौरान डॉ. सुप्रिया गुप्ता, डॉ. मनोज कुमार, डॉ. रचना रोहतगी,डॉ. अंकिता कक्कड़,डॉ. अदिति भटनागर, डॉ. किरणमई, डॉ. अमृता भारती, के साथ अन्य लोग भी उपस्थित रहे i