यमुना प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले गांव डूंगरपुर रीलका के श्मशान घाट जाने वाले रास्ते के विकास के लिए तरस रहे हैं ग्रामीण। रमेश कसाना
यमुना प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले गांव डूंगरपुर रीलका के श्मशान घाट जाने वाले रास्ते के विकास के लिए तरस रहे हैं ग्रामीण। रमेश कसाना
दनकौर -मंगलवार दिनांक 8 जुलाई को किसान एकता महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश कसाना ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया उनके पैतृक गांव डूंगरपुर रीलका गांव यमुना विकास प्राधिकरण के अंतर्गत आता है गांव में स्मार्ट विलेज के तहत विकास किया गया लेकिन डूंगरपुर रीलका गांव के शमशान घाट जाने वाले रास्ते की हालत बहुत खराब है
जिसको लेकर यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों व क्षेत्रीय विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह को इस समस्या को लेकर अवगत कराया लेकिन इस तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया स्थिति जस की तस बनी हुई है ग्रामीणों देवेंद्र प्रधान ने बताया जब भी गांव में कोई मौत होती है उसके दाह संस्कार के लिए श्मशान घाट जाने के लिए जो रास्ता है बारिश के दिनों में श्मशान घाट तक पहुंचने के लिए कीचड़ और पानी से होकर गुजरना पड़ता है कीचड़ और पानी से गुजरने पर लोगों को काफी परेशानी का सामना उठाना पड़ता है किसान एकता महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश कसाना में चेतावनी देते हुए कहा अगर जल्द ही डूंगरपुर रीलका के श्मशान घाट जाने वाले रास्ता बनवाने में यमुना प्राधिकरण अगर जल्द ही कोई कार्रवाई नहीं करता है तो ग्रामीणों के साथ मिलकर यमुना प्राधिकरण पर एक विशाल आंदोलन करेंगे