उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के दूसरे संस्करण का किया शुभारंभ। उत्तर प्रदेश के लिए गेम चेंजर साबित हुए हैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उनके निरंतर प्रयासों से तेजी से उद्यम प्रदेश बन रहा है उत्तर प्रदेश। जगदीप धनखड़
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के दूसरे संस्करण का किया शुभारंभ
उत्तर प्रदेश के लिए गेम चेंजर साबित हुए हैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उनके निरंतर प्रयासों से तेजी से उद्यम प्रदेश बन रहा है उत्तर प्रदेश। जगदीप धनखड़
कृषि के बाद सर्वाधिक रोजगार सृजन करने वाला क्षेत्र है एमएसएमई,यूपी के पास सर्वाधिक 75 जीआई टैग, एमएसएमई का भी सबसे बड़ा बेस। योगी आदित्यनाथ
शफी मौहम्मद सैफी
गौतमबुद्धनगर।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कैसे वर्णन किया जाए, देश का सबसे बड़ा राज्य उनके गतिशील शासन में फल-फूल रहा है। योगी आदित्यनाथ इस राज्य के लिए गेम चेंजर साबित हुए हैं और इससे देश को काफी मदद मिल रही है। मैं उनके कार्य करने की विशेष शैली से अभिभूत हूं। यह बातें बुधवार को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो-2024 के शुभारंभ के अवसर पर कहीं। उन्होंने कहा कि निवेश के लिए कानून और व्यवस्था से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है। कानून और व्यवस्था लोकतंत्र को परिभाषित करती है और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानून और व्यवस्था को परिभाषित करते हैं। इससे पहले उप राष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ यहां बने विभिन्न हॉल में लगाए गये स्टालों का अवलोकन किया। साथ ही मणिदीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। उप राष्ट्रपति ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आयोजन में आकर बहुत खुशी हुई। उन्होंने कहा कि यहां विभिन्न स्टॉल का अवलोकन करने पर ऐसा लगा कि वह दुनिया के सबसे विकसित देश में हैं। यह आयोजन प्रदेश के कारीगरों, शिल्पकारों तथा दुनियाभर के बायर्स को एक मंच पर लाने का अवसर प्रदान करता है। इतने विचारशील, दूरदर्शी और व्यावहारिक सोच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई देता हूं। उपराष्ट्रपति ने इस बात को लेकर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के द्वितीय संस्करण में दक्षिण एशिया में प्रभावशाली जीडीपी वाला देश वियतनाम भागीदार देश के रूप में शामिल हुआ है। उन्होंने कहा कि वियतनाम को इस बात के लिए आश्वस्त होना चाहिए कि वह सही जगह पर है क्योंकि वे यहां सर्वश्रेष्ठ लोगों से जुड़ सकते हैं। हम भारत और यूपी के साथ-साथ वियतनाम की समृद्ध संस्कृति का भी अनुभव यहां प्राप्त कर सकते हैं। दोनों देशों के बीच समानता अद्भुत है। अपने अनूठे स्वाद के लिए प्रसिद्ध वियतनामी व्यंजनों का लुत्फ यूपी और देश भर के आगंतुक यहां उठा सकते हैं। यह हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ाने के लिए फायदेमंद होंगे। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दूरदर्शी नेतृत्व है कि उन्होंने ग्लोबल साउथ की आवाज को बुलंद किया है। यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम है और यहां आने वाला हर कोई अपने साथ खुशी के पल की अनुभूति लेकर जाएगा। उपराष्ट्रपति ने कहा कि पूरे देश को इस आयोजन के बारे में जानकारी होनी चाहिए। संसद टीवी के जरिए इसका प्रदर्शन होना चाहिए। प्रदर्शनी के जरिए प्रदेश की तकनीकी, सांस्कृतिक संपदा, एक जिला-एक उत्पाद आदि को दर्शाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के बीच कार्यों के क्रियान्वयन का तालमेल बेजोड़ है। इसमें भ्रष्टाचार और अकुशलता के लिए कोई जगह नहीं है। मुख्यमंत्री के निरंतर प्रयासों से यूपी तेजी से उद्यम प्रदेश बन रहा है। उन्होंनेे कहा कि भारत को दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यता होने पर गर्व है, लेकिन हम बीच में कहीं खो गए थे, हालांकि अब हमने इसे फिर से गति दी है, इससे अधिक संतोषजनक कुछ नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुशासन के लिए फ्रंट फुट पर खेल रहे हैं। एक दशक आर्थिक स्थिति लड़खड़ा रही थी, लेकिन वर्तमान में 360 डिग्री का बदलाव बेहतरी का संदेश है और यह दुनियाभर के लिए निवेश का पसंदीदा वैश्विक गंतव्य बन चुका है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि यूपी सभी क्षेत्रों में विकास और नवाचार की गतिविधियों से भरा हुआ है। दो साल में हमारी अर्थव्यवस्था जर्मनी और जापान से आगे बढ़कर तीसरे नंबर पर पहुंच जाएगी। मुख्यमंत्री के प्रयासों से प्रदेश में विश्वस्तरीय एयरपोर्ट, एक्सप्रेसवे व हाईवे को सुदृढ़ इन्फ्रास्ट्रक्चर के रूप में देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री के तीसरे कार्यकाल में 12 नए औद्योगिक क्षेत्र शुरू हुए हैं, एआई ने अपनी जगह बनाई है। विश्व बैंक और आईएमएफ हमारी प्रशंसा कर रहे हैं। हमारा डिजिटलीकरण और तकनीकी पैठ बहुत बढ़िया है। मेक इन इंडिया के एक दशक ने विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक परिणाम दिए हैं और यूपी इसमें अग्रणी है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि कानून और व्यवस्था से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है। उत्तर प्रदेश सांस्कृतिक पृष्ठभूमि वाला राज्य है, जहां कानून-व्यवस्था की चुनौतियां, भय का माहौल और विकास की संभावनाएं कम थीं। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में अब यह राज्य विकास की ओर बहुत तेजी से बढ़ रहा है। यह परिवर्तन अकल्पनीय है। एक तरह से यूपी का पूरा कायाकल्प हो गया है। भ्रष्टाचार अब यूपी में अतीत की बात हो गई है। सबसे बड़ा राज्य यूपी अब देश की बहुत बड़ी ताकत बन गया है। उन्होंने कहा कि यूपी 2027 तक वन ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य तक पहुंचने की आकांक्षा रखता है। यहां बुनियादी ढांचे पर बड़े पैमाने पर ध्यान केंद्रित करना इसे शक्तिशाली राज्य बनाता है। इन सबमें योगी इफेक्ट स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। नोएडा ने यूपी के सकल घरेलू उत्पाद में 10 प्रतिशत का योगदान दिया है। यह शहर कौशल से भरपूर है। यह राज्य विकास का इंजन है और देश को आगे ले जाने के लिए तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि वह योगी आदित्यनाथ के विजन से प्रभावित हैं। उप राष्ट्रपति ने कहा कि यह केवल प्रदर्शनी नहीं, बल्कि सभी के लिए अवसरों की टोकरी है। यह कार्यक्रम आत्मनिर्भर भारत और स्थानीय से वैश्विक के मंत्र को साकार करने वाला है। उन्होंने कहा कि देश में बहुत बड़ा महायज्ञ हो रहा है, जो 2047 तक विकसित भारत बनाने के लक्ष्य को पूरा करेगा, इसमें हम सभी को भी आहुति देनी होगी। यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो-2024 के शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की सबसे बड़ी आबादी के साथ ही उत्तर प्रदेश एमएसएमई की सर्वाधिक यूनिट रखने वाला भी राज्य है। एक सर्वे के अनुसार यूपी के 75 जनपदों में 96 लाख एमएसएमई यूनिट है। कृषि के बाद यूपी में यह सर्वाधिक रोजगार सृजन करने वाला क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि सैकड़ों वर्ष से अलग-अलग क्षेत्रों में यूपी के अंदर रोजगार सृजन के लिए हस्तशिल्पियों, कारीगरों ने इन्हें बढ़ाने में योगदान दिया था, लेकिन आजादी के बाद उचित प्रोत्साहन के अभाव व समय पर तकनीक न मिलने से वे बंदी के कगार पर पहुंच चुके थे। 2017 में उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री के नेतृत्व, मार्गदर्शन में आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के विजन को धरातल पर उतारने के लिए अनेक कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया गया। इसमें ओडीओपी के रूप में सभी 75 जनपदों का यूनिक प्रोडेक्ट तय किया। इसके प्रोत्साहन, ब्रांडिंग, मार्केटिंग, डिजाइनिंग, पैकेजिंग, टेक्नोलॉजी से जोड़ने के लिए अभियान को बढ़ाया गया। यूपी में यह रोजगार सृजन के सबसे महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के दौरान यूपी के श्रमिक अलग-अलग राज्यों में कार्य कर रहे थे। उनके सामने आजीविका का भीषण संकट खड़ा हुआ था। इन्हें लेकर देश चिंतित था, लेकिन मैं निश्चिंत था कि यूपी में इतना पोटेंशियल है कि 40 लाख नहीं, 4 करोड़ लोग भी आएंगे तो यूपी इन्हें जगह देगा। यूपी में प्रवेश करते ही सभी 40 लाख कामगारों की स्किल मैपिंग कराई गई और हर जनपद को इसका डाटा उपलब्ध कराने के साथ संबंधित यूनिट में कार्य का ऑफर दिया गया। इन लोगों ने आकर यूपी की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया। उन्हांेने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में भारत की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर बनाने के अभियान के साथ ही यूपी को एक ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने की दिशा में प्रदेश तेजी से बढ़ रहा है। यह वही यूपी है, जो सात वर्ष पहले देश के विकास का बैरियर माना जाता था, लेकिन आज यह देश के विकास के ग्रोथ इंजन के रूप में जाना जा रहा है। इसमें एमएसएमई सेक्टर की बड़ी भूमिका है। कोई भी बड़ा औद्योगिक निवेश बिना एमएसएमई बेस के आगे नहीं बढ़ सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में ऑनलाइन पंजीकरण के बाद यदि कोई एमएसएमई यूनिट आपदा का शिकार होती है तो राज्य शासन की तरफ से उसे पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराते हैं। प्रदेश में फ्लैटेड फैक्ट्री और निजी क्षेत्र में प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क के निर्माण की कार्रवाई तेजी के साथ बढ़ी है। ओडीओपी योजना की सफलता के साथ ही यूपी के पास सर्वाधिक 75 जीआई टैग हैं। प्रोत्साहन के अभाव में जो उत्पाद दम तोड़ रहे थे, आज उसे आगे बढ़ाने का कार्य हो रहा है। यूपी के अलग-अलग सेक्टर में भी अनेक कार्य हुए हैं। यूपी का जो प्रोडक्शन है, उन्हें भी शोकेस का अवसर यूपीआईटीएस उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने कहा कि पांच दिन तक जी2जी, जी2बी समेत अनेक कार्यक्रम होंगे, जो न केवल यूपी के पोटेंशियल, बल्कि सांस्कृतिक-सामाजिक विविधता के विभिन्न पक्षों को प्रदर्शित करने के साथ ही उचित फोरम के रूप में स्थापित भी करेंगे। यह यूपी के उद्यमियों के लिए अपने प्रोडक्ट को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने का अवसर होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी न केवल एमएमएमई के बेहतरीन बेस, बल्कि बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी जाना जा रहा है। वर्तमान में यूपी में छह एक्सप्रेसवे कार्य कर रहे हैं, सात पर कार्य चल रहा है। प्रदेश में 11 एयरपोर्ट कार्यरत हैं, 10 पर कार्य चल रहा है। 4 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट क्रियाशील है, जबकि देश के सबसे बड़े नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) को इस वर्ष तक बनाने का लक्ष्य है। देश का सबसे लंबा गंगा एक्सप्रेसवे भी पश्चिमी यूपी को पूर्वी यूपी से जोड़ रहा है। प्रयागराज महाकुंभ-2025 से पहले इसे क्रियाशील करने के लिए प्रयासरत हैं। रेल व सड़क का सबसे बेहतरीन नेटवर्क यूपी के पास है। यूपी सुदृढ़ कानून व्यवस्था के साथ ही स्किल और अनस्किल मैनपॉवर का सबसे महत्वपूर्ण केंद्र बनकर उभरा है। स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत सरकार दो करोड़ युवाओं को टैबलेट व स्मार्टफोन दे रही है। उन्होंने कहा कि पांच दिन तक चलने वाला ट्रेड शो यूपी के उत्पाद, पोटेंशियल, सांस्कृतिक विशेषता व सामाजिक विविधता को वैश्विक मंच तक प्रस्तुत करने में सफल होगा। 2500 से अधिक एग्जीबिटर्स, 350 से अधिक फॉरेन बॉयर्स उपस्थित हो चुके हैं। पार्टनर कंट्री के रूप में वियतनाम के सहभागी बनने पर मा0 मुख्यमंत्री जी ने धन्यवाद ज्ञापित किया और वियतनाम के डेलीगेट्स से मुलाकात भी की।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की। उन्होंने यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के द्वितीय संस्करण की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में 25 से 29 सितंबर तक यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के द्वितीय संस्करण का आयोजन किया जा रहा है। इसमें रक्षा, कृषि, ई-कॉमर्स, आईटी, जीआई, शिक्षा, अवस्थापना, बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं, डेयरी उद्योग आदि के 25 सौ स्टॉल लगाए गये हैं। एमएसएमई क्षेत्र को ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए इस ट्रेड शो का आयोजन लगातार दूसरे साल किया जा रहा है। इस वर्ष यूपीआईटीएस में लगभग 70 देशों का प्रतिभाग और 4 लाख फुटफॉल की संभावना है। इसके अतिरिक्त यूपीआईटीएस में खादी के परिधानों का फैशन शो और कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया जाएगा। ट्रेड शो में प्रदेश के निर्यातकों, ओडीओपी और महिला उद्यमियों का प्रतिभाग बड़े स्तर पर हो रहा है। इससे छोटे उद्यमियों को ग्लोबल शोकेस मिलेगा।
उद्घाटन समारोह में प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंदगोपाल गुप्ता (नंदी), उत्तर प्रदेश सरकार के मा0 एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, जल शक्ति विभाग के मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, मत्सय विभाग केए मंत्री संजय निषाद, परिवहन राज्यमंत्री दयाशंकर सिंह, लोक निमार्ण विभाग के राज्यमंत्री बृजेश सिंह, राज्यमंत्री संसदीय कार्य एवं औद्योगिक विकास जसवंत सैनी, सांसद महेश शर्मा, राज्यसभा सांसद सुरेन्द्र नागर, विधायक जेवर धीरेन्द्र सिंह, विधायक दादरी तेजपाल सिंह नागर, विधान परिषद सदस्य नरेंद्र भाटी, अन्य जनप्रतिनिधिगण, पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, एक्सपो मार्ट के चेयरमैन राकेश कुमार सहित शासन एवं जिला प्रशासन के अधिकारीगण व देश-प्रदेश से आए उद्यमी, हस्तशिल्पी, एग्जीबिटर्स, बायर्स आदि मौजूद रहे।