गलगोटियास विश्वविद्यालय और FDDI ने बायोमैकेनिक्स और फुटवियर विकास में नवाचार पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 2025 का किया आयोजन।
गलगोटियास विश्वविद्यालय और FDDI ने बायोमैकेनिक्स और फुटवियर विकास में नवाचार पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 2025 का किया आयोजन।
ग्रेटर नोएडा। गलगोटियास विश्वविद्यालय ने फुटवियर डिज़ाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (FDDI) के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन-2025 का भव्य शुभारंभ किया। इस सम्मेलन का मुख्य विषय “बायोमैकेनिक्स और फुटवियर विकास में नवाचार: गति के भविष्य को आकार देना” है।इस महत्वपूर्ण आयोजन की शुरुआत मुख्य अतिथि के प्रेरणादायक संबोधन से हुई, जिसमें नवाचार, अनुसंधान और शिक्षा में वैश्विक सहयोग पर जोर दिया गया। इसके बाद, विश्वविद्यालय के प्रमुख शिक्षाविदों और विशेषज्ञों ने विभिन्न विषयों पर अपने विचार साझा किए।यह दो दिवसीय सम्मेलन विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और उद्योग जगत के अग्रणी नेताओं को एक मंच पर लाने का कार्य कर रहा है, जिससे वे फुटवियर प्रौद्योगिकी, बायोमैकेनिक्स और डिज़ाइन में नवीनतम प्रगति का अन्वेषण कर सकें। यह आयोजन विभिन्न तकनीकी, डिज़ाइन और बायोमैकेनिक्स से जुड़े अंतःविषय चर्चाओं के लिए एक मंच प्रदान करेगा, जिससे फुटवियर की कार्यक्षमता और गति को और अधिक उन्नत किया जा सके।इस सम्मेलन में देश-विदेश से प्रतिष्ठित हस्तियों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि श्री विवेक शर्मा, आईआरएस, प्रबंध निदेशक, एफडीडीआई थे।
उनके साथ गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में प्रोफेसर डॉ. सुधीर कुमार साहा, आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर एवं एक प्रमुख कंपनी के प्रबंध निदेशक उपस्थित रहे।इसके अतिरिक्त, डॉ. मधुसूदन कारलसर, वरिष्ठ निदेशक (सीओडीएस), एफटीआई, डॉ. शशिबाला, विश्वविद्यालय की अनुसंधान सलाहकार, विश्वविद्यालय के ही प्रो वाइस चांसलर डा० अवधेश कुमार और डॉ. राजीव अग्रवाल, एम्स के वरिष्ठ फिजियोथेरेपिस्ट और डीआरडीओ के वरिष्ठ वैज्ञानिक सहित कई प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने इस सम्मेलन में भाग लिया और अपने बहुमूल्य विचार साझा किए।गलगोटियास विश्वविद्यालय के कुलपति सुनील गलगोटिया ने अपने संबोधन में कहा: कि “यह हमारे विश्वविद्यालय के लिए गर्व का क्षण है कि हम FDDI के साथ मिलकर इस प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं। बायोमैकेनिक्स और फुटवियर डिज़ाइन के क्षेत्र में नवीनतम प्रगति को साझा करने और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है। हम सभी शोधकर्ताओं, छात्रों और उद्योग जगत के अग्रणी विशेषज्ञों का स्वागत करते हैं और आशा करते हैं कि यह सम्मेलन ज्ञान और सहयोग को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएगा।गलगोटियास विश्वविद्यालय के सीईओ डा० ध्रुव गलगोटिया ने कहा: कि “हमारा लक्ष्य शिक्षा और अनुसंधान को उद्योग की वास्तविक आवश्यकताओं से जोड़ना है। इस सम्मेलन के माध्यम से हम बायोमैकेनिक्स और फुटवियर डिज़ाइन में वैश्विक स्तर पर नवाचार और सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।”इसके अलावा, AIIMS नई दिल्ली, साइबरजया विश्वविद्यालय और अल्यूर एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के प्रमुख वक्ताओं ने निम्नलिखित विषयों पर चर्चा की। डिज़ाइन और बायोमैकेनिक्स, फुटवियर के लिए मोल्ड विकास में चुनौतियाँ। फिजियोथेरेपी में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग आदि पर अपनी बात कही। इस सम्मेलन का संचालन गलगोटियास विश्वविद्यालय और FDDI के प्रमुख अधिकारियों द्वारा किया गया, जिनमें कुलपति, उप-कुलपति, सीईओ, निदेशक और डीन शामिल हैं। डॉ. सुमीत कुमार जारंगल (FDDI) और डॉ. मधुसूदन पाल (FDDI) इस आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।वैज्ञानिक समिति इस सम्मेलन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, जिसमें गलगोटियास विश्वविद्यालय के संकाय सदस्य और FDDI के इंजीनियर/वैज्ञानिक शामिल हैं। समिति द्वारा प्रस्तुत शोध-पत्रों की समीक्षा और वैज्ञानिक मानकों की निगरानी की जा रही है। इसके अलावा, विशेष समितियों में वैज्ञानिक पोस्टर समिति (UG) और वैज्ञानिक सार समिति शामिल हैं, जो छात्र-चालित अनुसंधान और शैक्षणिक नवाचारों पर ध्यान केंद्रित करेंगी।गलगोटिया विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ अलाईड साईंस के डीन डा० सगुण अग्रवाल ने कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन-2025 न केवल शोधकर्ताओं, छात्रों और पेशेवरों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा, बल्कि यह बायोमैकेनिक्स और फुटवियर विकास में नवाचार को भी प्रोत्साहित करेगा। दो दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में आधुनिक चर्चाएँ, नेटवर्किंग के अवसर और नवीनतम अनुसंधान प्रस्तुत किए जाएंगे, जिससे वैश्विक स्तर पर इस क्षेत्र के विकास को नई दिशा मिलेगी।