श्री धार्मिक रामलीला ग्रेटर नोएडा। एनसीआर में पहली बार परदे के बैकग्राऊंड की जगह तीन विशाल काय एलइडी से किया जाएगा पूरा ग्राफिक कंट्रोल
श्री धार्मिक रामलीला ग्रेटर नोएडा। एनसीआर में पहली बार परदे के बैकग्राऊंड की जगह तीन विशाल काय एलइडी से किया जाएगा पूरा ग्राफिक कंट्रोल
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा। धार्मिक रामलीला कमेटी के तत्वाधान में गोस्वामी सुशील महाराज के दिशा निर्देशन में रामलीला का मंचन राजस्थान के जोधपुर एवं बिकानेर के सर्वश्रेष्ठ कलाकारों द्वारा किया जा रहा है ।हमें जीवन में अगली पीढ़ी को अगर कुछ देना है तो धन संपत्ति से भी ज्यादा जरूरी है चरित्र और इस पूरे ब्रह्मांड में हम मनुष्यों के लिए भगवान श्री राम से बड़ा चरित्र अभी तक दर्शाया नहीं गया है यह हमारे लिए बहुत ही सौभाग्य का विषय है की सनातन संस्कृति ने दशहरा महोत्सव के माध्यम से भगवान श्री राम की लीलाओं के साथ हम सामान्य जनमानस को अपने परिवारों के साथ जुड़ने का सौभाग्य दिया है।श्री धार्मिक रामलीला कमेटी इसमें अग्रणी है। श्री धार्मिक रामलीला कमेटी के पास एक ऐसे निर्देशक हैं जिनके पास 60 वर्षों के अनुभव के साथ रामलीला को विश्व स्तरीय बनाने का अनुभव और दृष्टिकोण है। वह जानते हैं कि आज के आधुनिक बच्चों को यह रामलीला किस तरीके से दिखानी है। जिससे बच्चे भगवान श्री राम के चरित्रों के साथ परिचित हों और अपना जीवन धन्य बनाएं।100 से ज्यादा कलाकारों द्वारा 325 फीट लंबा और 80 फीट चौड़ा बहु मंजिला स्टेज के साथ आधुनिक प्रकाश एवं ध्वनि के अद्भुत मिश्रण के साथ रामलीला का आयोजन किया जा रहा है।पूरे एनसीआर में पहली बार परदे के बैकग्राऊंड की जगह तीन विशाल काय एलइडी से पूरा ग्राफिक कंट्रोल किया जाएगा दर्शकों को ऐसा लगेगा कि वह थिएटर में बैठे हैं इस बार क्षेत्रवासी अत्यधिक आनंदित करने वाली रामलीला का आनंद लेंगे।संस्था के अध्यक्ष आनंद भाटी ने बताया इस भव्य रामलीला के मुख्य आकर्षण में देश की विभिन्न संस्कृतियों से हस्तशिल्प के द्वारा लगाए जाने वाले स्टॉल, शानदार एवं भव्य झूलों के साथ सुनियोजित मेले का आयोजन के साथ-साथ विशाल दशहरा महोत्सव पर रावण का 60 फीट, कुंभकरण का 55 फीट, और मेघनाथ का 50 फीट के पुतले बनाए गए हैं और उनके दहन के साथ भव्य आतिशबाजी की जाएगी।
यह सभी विषय इत्यादि इस बार पूरे रामलीला मंचन एवं दशहरा महोत्सव के केंद्र बिंदु में रहने वाले हैं।इस अवसर पर संस्था के संस्थापक गोश्वामी सुशील महाराज, संस्थापक राजकुमार नागर, प्रदीप शर्मा, शेर सिंह भाटी, संरक्षक हरवीर मावी, नरेश गुप्ता, सुशील नागर बालकिशन सफ़ीपुर, अध्यक्ष आनन्द भाटी, महासचिव ममता तिवारी, कोषाध्यक्ष अजय नागर, मिडिया प्रभारी धीरेंद्र भाटी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेश शर्मा बदौली, सुभाष भाटी, उमेश गौतम, पवन नागर, विजय अग्रवाल, रोशनी सिंह, चैनपाल प्रधान मनोज गुप्ता उपाध्यक्ष प्रवीण भाटी सत्यवीर मुखिया, सुनील बंसल, जितेंद्र भाटी, फिरे प्रधान, पी पी शर्मा, रक़म सिंह भाटी, योगेन्द्र नागर, अतुल आनन्द, जयदीप सिंह, सचिव बीरपाल मावी, दिनेश गुप्ता, विमलेश रावल, मयंक चंदेल, यशपाल नागर, गीता सागर, ज्योति सिंह आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।