श्री द्रोणाचार्य पीजी कॉलेज, दनकौर का परचम विश्वविद्यालय में अंग्रेजी विभाग की छात्रा देविका चौधरी ने गोल्ड मेडल प्राप्त कर लहराया।
श्री द्रोणाचार्य पीजी कॉलेज, दनकौर का परचम विश्वविद्यालय में अंग्रेजी विभाग की छात्रा देविका चौधरी ने गोल्ड मेडल प्राप्त कर लहराया।
ग्रेटर नोएडा ।चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के 37वें दीक्षांत समारोह में श्री द्रोणाचार्य पीजी कॉलेज, दनकौर, गौतम बुद्ध नगर ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की। कॉलेज की एम.ए. अंग्रेजी की मेधावी छात्रा देविका चौधरी ने विश्वविद्यालय स्तर पर गोल्ड मेडल अर्जित कर न केवल अपने कॉलेज, बल्कि पूरे दनकौर कस्बे का नाम गौरव से ऊँचा किया। यह उपलब्धि विशेष रूप से उल्लेखनीय है क्योंकि कॉलेज की स्थापना के 28 वर्ष बाद यह पहला गोल्ड मेडल कॉलेज को प्राप्त हुआ है।इस असाधारण सफलता के पीछे अंग्रेजी विभाग के आचार्य डॉ. प्रशांत कन्नौजिया और डॉ. अजमत आरा के उच्चस्तरीय मार्गदर्शन, समर्पित अध्यापन और सतत परिश्रम की अहम भूमिका रही। उनके कुशल मार्गदर्शन ने छात्रा को शैक्षणिक उत्कृष्टता की ऊँचाइयों तक पहुँचाया और यह सिद्ध किया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही सफलता का वास्तविक मार्ग है। कॉलेज के सचिव रजनीकांत अग्रवाल ने हर विभाग से गोल्ड मेडल प्राप्त करने की आशा व्यक्त की और कहा कि ये तो बस शुरुआत है हमारे कॉलेज के सभी आचार्यगण कर्मठसील हैं।कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गिरीश कुमार वत्स ने इस अद्वितीय सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह उपलब्धि न केवल कॉलेज की शैक्षणिक गुणवत्ता का प्रमाण है, बल्कि यह इस बात का भी द्योतक है कि यदि छात्र-छात्राओं को सही दिशा और प्रेरणा मिले तो वे किसी भी मुकाम को हासिल कर सकते हैं। उन्होंने गोल्ड मेडल विजेता छात्रा देविका चौधरी को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं और अंग्रेजी विभाग के आचार्यों डॉ. प्रशांत कन्नौजिया एवं डॉ. अजमत आरा के प्रयासों की सराहना की।कॉलेज की उपप्राचार्या डॉ रश्मि गुप्ता ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि देविका चौधरी की सफलता ने यह सिद्ध कर दिया है कि कठिन परिश्रम, अनुशासन और सतत मार्गदर्शन से हर लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि कॉलेज के 28 वर्षों की शैक्षणिक यात्रा में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ती है।कला संकाय के विभागाध्यक्ष डाॅ. देवानंद सिंह ने कहा कि यह सफलता पूरे संकाय और कॉलेज के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि देविका चौधरी ने न केवल अपने परिवार और कॉलेज का मान बढ़ाया है, बल्कि दनकौर क्षेत्र की छात्राओं के लिए भी प्रेरणा का मार्ग प्रशस्त किया है। डॉ सिंह ने अंग्रेजी विभाग के आचार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उनका सतत मार्गदर्शन और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण इस उपलब्धि का आधार है। विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ अमित नागर, वाणिज्य विभागाध्यक्ष डा.प्रीति सेन, बी.एड. विभागाध्यक्ष डॉ.रश्मि जहाँ, बीबीए एवं बीसीए विभागाध्यक्ष शशि ने भी छात्रा की इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया और अंग्रेजी विभाग के योगदान की सराहना की।कॉलेज के अन्य सभी विभागों के आचार्यगणों ने देविका चौधरी की सफलता पर सामूहिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह उपलब्धि पूरे महाविद्यालय के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि देविका ने अपनी लगन और मेहनत से यह सिद्ध किया है कि समर्पण और अनुशासन से हर लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। आचार्यगणों ने विश्वास व्यक्त किया कि यह स्वर्णिम उपलब्धि आने वाले विद्यार्थियों को उत्कृष्टता की ओर प्रेरित करेगी और महाविद्यालय की शैक्षणिक गरिमा को और ऊँचाइयों तक ले जाएगी।कॉलेज समिति के अध्यक्ष राकेश कुमार गर्ग, सचिव रजनीकांत अग्रवाल, कोषाध्यक्ष मनीष अग्रवाल तथा प्रबंधन समिति के अन्य सदस्यों ने भी इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर छात्रा व संकाय को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि कॉलेज की शिक्षा प्रणाली की मजबूती और शिक्षकों की प्रतिबद्धता का प्रत्यक्ष परिणाम है। समिति की और से सचिव रजनीकांत ने पुनः विश्वास दिलाते हुए प्रतिबद्धता से कहा कि हमारी समिति कॉलेज के विकास से पूरे क्षेत्र को गौरवंतित करने हेतु निरंतर प्रयासरत रहेगी। इस ऐतिहासिक उपलब्धि से दनकौर कस्बे और आसपास के क्षेत्र में हर्ष और गौरव की लहर दौड़ गई है। कॉलेज परिवार का मानना है कि यह सफलता आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी और विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ छूने के लिए प्रोत्साहित करेगी।