मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) से मिला पीड़ित परिवार।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) से मिला पीड़ित परिवार।
ग्रेटर नोएडा। दादरी कैलाशपुर गाँव के दलित समाज की बहू कोमल व उसके गर्भावस्था शिशु की मौत को एक महीना बीत जाने के बाद भी अब तक शासन प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार की कोई सुनवाई नहीं हुई है इसको लेकर समाजवादी पार्टी युवजनसभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अक्षय भाटी व पीड़ित परिवार मुख्य चिकित्सा अधिकारी से मिला अक्षय भाटी ने बताया कि पीड़ित परिवार को सीएमओ द्वारा निष्पक्ष जांच का आश्वासन मिला है बहुत जल्द हॉस्पिटल के खिलाफ सख्त करवाई होगी और पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा। ज्ञात हो कोमल ग़रीब व दलित समाज में जन्मी जो पेशे से अध्यापिका थी कोमल का एक 4 साल का बच्चा है परिवार का आरोप है कि उनकी बहू की कृष्णा हॉस्पिटल दादरी के डॉक्टर द्वारा की गई लापरवाही से सिर्फ़ 27 वर्ष की आयु में 3 जनवरी को मौत हो गई।कोमल को डॉक्टर ने डिलीवरी के लिए 2 जनवरी रात 8 बजे का समय दिया था परिवार समय को ध्यान में रखते हुए शाम 6 बजे ही हॉस्पिटल पहुंच गया उसके बाद रात 2 बजे परिवार को वहां पर मौजूद दूसरे मरीज द्वारा पता चला की उनके मरीज को काफ़ी परेशानी हो रही है तो उन्होंने डॉ• से मिलकर बच्चा ऑपरेशन से करने को कहा लेकिन डॉ• ने परिवार को नहीं बताया की हॉस्पिटल में ऑपरेशन के लिए पर्याप्त साधन व मैन डॉ• नहीं है और सुबह 6 बजे जब मरीज़ की हालत काफ़ी ख़राब हो गई तब डॉ•(स्टाफ) ने परिवार से मरीज़ को दूसरे हॉस्पिटल ले जाने के लिए कहा फिर डॉ• के कहने पर जब मरीज़ को दूसरे हॉस्पिटल लेकर जाने लगे तो मरीज़ ने परिवार को बताया की हॉस्पिटल के स्टाफ़ ने ग़लत तरीक़े से बहुत ज़बरदस्ती की जिससे काफ़ी ब्लीडिंग और दर्द मरीज़ को झेलना पड़ा दूसरे हॉस्पिटल में पहुँचने के बाद पता चला की ज़बरदस्ती करने से बच्चे की और काफ़ी ब्लीडिंग होने से मरीज़ दोनों की मौत हो गई।