पिता वेदराम नागर की पुण्यतिथि पर सांसद सुरेंद्र सिंह नागर और उनके पूरे परिवार सहित सैंकड़ों लोगों ने दी श्रद्धांजलि, मेधावी छात्र छात्राओं को दिए चेक।
पिता वेदराम नागर की पुण्यतिथि पर सांसद सुरेंद्र सिंह नागर और उनके पूरे परिवार सहित सैंकड़ों लोगों ने दी श्रद्धांजलि, मेधावी छात्र छात्राओं को दिए चेक।

ग्रेटर नोएडा/गुलावठी । भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सांसद सुरेंद्र सिंह नागर ने अपने पिता वेदराम नागर की 20 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर अपने पैतृक निवास गुलावठी में उन्हें श्रद्धांजलि दी। जिसमें स्व. चौधरी वेदराम नागर के पुत्र राजेंद्र नागर, सांसद सुरेंद्र सिंह नागर, गजेंद्र नागर, धर्मेन्द्र नागर, नरेंद्र नागर, हरेंद्र नागर के अलावा सगे-संबंधियों, नगर के गणमान्य लोगों ने हवन यज्ञ में आहुति दी। इससे पूर्व चौधरी वेदराम नागर को पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर मेधावी छात्र छात्राओं को चेक दिए गए इस बारे में राज्यसभा सांसद सुरेंद्र सिंह नागर ने बताया, आज पिताजी की 20 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर हमारे पैतृक आवास गुलावटी में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। हवन-पूजन कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। इस अवसर पर मेधावी छात्राओं को स्कॉलरशिप के रूप में दिए गए उन्होंने बताया कि
हर साल पिता वेदराम नागर की पुण्यतिथि पर गुलावठी में उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। जिसमें सगे-संबंधी, परिवार के सदस्य और उनके करीबी शामिल होते हैं। इस मौके पर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की जाती है। साथ ही हर साल जरूरतमंद लोगों की मदद की जाती है।बताते चलें कि स्वर्गीय वेदराम नागर ने पारस दूध ब्रांड की शुरुआत की थी। आज पूरे यूपी में इस ब्रांड की धमक है। बाद में वह समाज सेवा और में राजनीति में भी उतरे। उन्होंने हमेशा लोगों की मदद की। कभी किसी को निराश नहीं किया। सुरेंद्र सिंह नागर भी उन्हीं के पदचिन्हों पर चल रहे हैं। पिता की पुण्यतिथि पर जरूरतमंदों को संसाधन उपलब्ध कराते हैं।सुरेंद्र सिंह नागर वेस्ट यूपी के गुर्जर समाज में गहरी पैठ रखते हैं। वह फिलहाल भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा के सांसद हैं। कई मौकों पर उन्होंने राज्यसभा में उपसभापति की जिम्मेदारी भी निभाई है। हाल ही में भारतीय जनता पार्टी ने संगठन में भी उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है वेस्ट यूपी के सहारनपुर, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर और कई अन्य जिलों में उनका प्रभाव माना जाता है। हालांकि कार्यक्रम पारिवारिक था लेकिन इस कार्यक्रम में भी सैकड़ो लोग जुटे जिन्होंने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी



