ब्रिटेन की संसद हाउस ऑफ लॉर्ड्स में सोमवार को एक अंतरराष्ट्रीय विचार-मंथन कार्यक्रम का आयोजन, फेलिक्स हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. डी.के गुप्ता रहे गेस्ट ऑफ ऑनर
ब्रिटेन की संसद हाउस ऑफ लॉर्ड्स में सोमवार को एक अंतरराष्ट्रीय विचार-मंथन कार्यक्रम का आयोजन, फेलिक्स हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. डी.के गुप्ता रहे गेस्ट ऑफ ऑनर
भारत और यूके की न्यायिक सहयोग पर केंद्रित रहा कार्यक्रम
शफी मौहम्मद सैफी
नोएडा। ब्रिटेन की संसद हाउस ऑफ लॉर्ड्स में सोमवार को एक अंतरराष्ट्रीय विचार-मंथन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें भारत और यूनाइटेड किंगडम की न्यायिक प्रणालियों के बीच सहयोग की संभावनाओं पर गहन चर्चा की गई। इस आयोजन का केंद्र बिंदु रहा विकसित भारत 2047 की दिशा में मार्गदर्शन। इस मौके पर नोएडा स्थित फेलिक्स हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. धर्मेन्द्र कुमार (डी.के.) गुप्ता को गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में आमंत्रित किया गया।डॉ. डी.के. गुप्ता ने कहा कि मुझे गर्व है कि मैं इस ऐतिहासिक मंच का हिस्सा बना। जब हम विकसित भारत की बात करते हैं, तो हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि न्याय, स्वास्थ्य और शिक्षा के बिना कोई भी देश पूर्ण रूप से विकसित नहीं हो सकता।
भारत ने बीते दशकों में प्रगति की है, लेकिन न्यायिक प्रक्रियाओं की गति, स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और शिक्षा की गुणवत्ता में और सुधार की जरूरत है। अगर भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनना चाहता है तो उसे इन बुनियादी स्तंभों पर गहराई से काम करना होगा। तकनीक के बढ़ते उपयोग को सराहते हुए कहा कि टेलीमेडिसिन और डिजिटल हेल्थ के क्षेत्र में भारत ने बड़ी छलांग लगाई है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों तक इसकी समुचित पहुंच अब भी चुनौती है। भारत और यूके के बीच स्वास्थ्य और न्यायिक क्षेत्रों में अनुभव साझा करने को जरूरी बताया। भारत और ब्रिटेन दोनों ही लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं हैं और न्यायिक प्रणाली में सुधार, पारदर्शिता और आम आदमी की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए परस्पर सहयोग से बहुत कुछ सीखा और सिखाया जा सकता है। कार्यक्रम के आयोजक लॉर्ड रामी रेंजर ने कहा कि यह आयोजन भारत की वैश्विक छवि को मजबूती देने और नीतिगत चर्चाओं के लिए मंच प्रदान करने का एक प्रयास है।
उन्होंने डॉ. डी के गुप्ता का आभार जताते हुए कहा कि उनका अनुभव और दृष्टिकोण इस चर्चा को और भी समृद्ध बना गया। कार्यक्रम के समापन पर एक औपचारिक रात्रिभोज आयोजित किया गया, जिसमें ब्रिटेन और भारत से आए प्रतिनिधियों, शिक्षाविदों, डॉक्टर्स और नीति-निर्माताओं ने आपसी सहयोग और विचारों का आदान-प्रदान किया। इस विशिष्ट आयोजन की मेजबानी लॉर्ड रामी रेंजर एफआरएसए ने की। कार्यक्रम लंदन के ऐतिहासिक चोलमोंडले रूम एंड टैरेस हाउस ऑफ लॉर्ड्स में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में ब्रिटिश संसद के वरिष्ठ सदस्य एंड्रू रोसिंडल विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने भारत-ब्रिटेन संबंधों की ऐतिहासिक गहराई और न्यायिक प्रणाली में सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।