एनपीसीएल ने सामाजिक कार्यों में योगदान देने वाले संजय नवादा को किया सम्मानित।
एनपीसीएल ने सामाजिक कार्यों में योगदान देने वाले संजय नवादा को किया सम्मानित।

बिलासपुर । नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड ने हाल ही में अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व पहलों के लिए पुरस्कार जीते हैं, वहीं व्यक्तिगत रूप से सामाजिक कार्यों में योगदान देने वाले नवादा गांव के संजय नवादा अध्यक्ष पर्यावरण संरक्षण समिति विशिष्ट व्यक्ति को सम्मानित करने के लिए वृहस्पतिवार को नोएडा पावर कम्पनी लिमिटेड वाइस प्रेसिडेंट सुबोध त्यागी के नेतृत्व में हरिंदर सिंह, मोहन सिंह, सुनील कुमार, अवधेश कुमार, संदीप कुमार व श्रुति सिंह सहित अधिकारियों ने नवादा गांव स्थित संजय नवादा को प्रशस्ति-पत्र शाल व उपहार देकर सम्मानित किया।उल्लेखनीय है कि एनपीसीएल को अपने सामाजिक कार्यों, विशेष रूप से शिक्षा (प्रोजेक्ट समर्थ), स्वास्थ्य (प्रोजेक्ट संकल्प), और कौशल विकास (प्रोजेक्ट सक्षम) के क्षेत्रों में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कार मिले हैं, महात्मा अवार्ड फॉर एक्सीलेंस कंपनी को 1 अक्टूबर 2025 को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जो सीएसआर के क्षेत्र में सर्वोच्च सम्मानों में से एक माना जाता है।ग्रीनटेक 11वां सीएसआर इंडिया अवार्ड 2025 यह पुरस्कार ‘प्रोजेक्ट सक्षम’ (कौशल विकास पहल) के लिए जून 2025 में प्रदान किया गया था।सीएसआर इम्पैक्ट नेशनल अवार्ड 2024 एनपीसीएल को नवंबर 2024 में “मोस्ट इम्पैक्टफुल सीएसआर प्रैक्टिस इन वेरियस सेक्टर” श्रेणी में यह पुरस्कार मिला। कंपनी अपनी विभिन्न सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से ग्रेटर नोएडा में सामुदायिक जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है। नवादा गांव स्थित संजय नवादा के आवास पर एनपीसीएल द्वारा सम्मान समारोह में आस-पास गांवों के ग्रामीणों को एनपीसीएल अधिकारियों द्वारा सरकार द्वारा संचालित विभिन्न लाभकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए जनभागीदारी में एनपीसीएल द्वारा सहयोग का आश्वासन दिया गया। गांव में शिविर लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान जल्द करावाने का भी आश्वासन दिया गया। इस मौके पर कपिल प्रधान, नूरमोहम्मद सैफी, मुकेश मुनीम,हिमांशु शर्मा, खुशीराम, आजाद नागर, हरेंद्र बरसात, हरवीर सिँह, लक्की शर्मा, हेमी सिंह, मयंक नागर, प्रेम सिंह, अजय ताल्ला,फिरे सिंह,रिछपाल ठाकुर, मेहरचंद,ओमबीर सिंह, दीपक, चिराग आदि मौजूद रहे।



