एनपीसीएल ने ग्रेटर नोएडा में सैकड़ों युवाओं की बदली जिंदगी, 211 युवाओं को प्रशिक्षण देकर दिलाया रोजगार। एनपीसीएल की मदद से स्थानीय युवक-युवतियों को बड़ी कंपनियों में मिला ऑफर, घर में छाईं खुशियां
एनपीसीएल ने ग्रेटर नोएडा में सैकड़ों युवाओं की बदली जिंदगी, 211 युवाओं को प्रशिक्षण देकर दिलाया रोजगार। एनपीसीएल की मदद से स्थानीय युवक-युवतियों को बड़ी कंपनियों में मिला ऑफर, घर में छाईं खुशियां
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा।नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड ने अपने सीएसआर कार्यक्रम, ‘सक्षम’ : कौशल और आजीविका कार्यक्रम के तहत ग्रेटर नोएडा में आर्थिक रुप से कमजोर परिवार से ताल्लुक रखनेवाले 211 युवाओं को नौकरी दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। एनपीसीएल ने राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के साथ मिलकर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए ग्रेटर नोएडा में अपने लाइसेंस क्षेत्र के 23 गांवों से 300 युवक-युवतियों का चयन किया था जिसमें 198 पुरुष और 102 महिलाएं शामिल हुईं। इस कार्यक्रम का मकसद स्थानीय युवाओं को तीन प्रमुख व्यवसायों, डेटा एंट्री ऑपरेटर, असिस्टेंट इलेक्ट्रीशियन और रिटेल सेल्स एसोसिएट के लिए तैयार करना था। एनपीसीएल को ये बताते हुए गर्व का अनुभव हो रहा है कि प्रशिक्षण कार्यक्रम के उपरांत आयोजित हुए रोजगार मेले में अबतक 211 युवाओं को बड़ी-बड़ी कंपनियों में काम करने का ऑफर मिला है, जिसमें टेक महिंद्रा, रिलायंस, शॉपर्स स्टॉप और पेटीएम जैसे नाम शामिल हैं।
ग्रेटर नोएडा के सलेमपुर गुर्जर गांव की रहनेवाली 19 साल की अंजलि बताती हैं। “मेरे पिता किसान हैं, मैंने अपनी मेहनत और लगन से 12वीं की परीक्षा तो उतीर्ण कर ली लेकिन मुझे कहीं नौकरी नहीं मिल रही थी। मुझे एनपीसीएल की ओर से चलाए जा रहे मुफ्त प्रशिक्षण कार्यक्रम का पता चला और मैंने रिटेल सेल्स एसोसिएट में प्रशिक्षण के लिए दाखिला लिया और फिर 2 महीने रोजाना क्लास करने के बाद परीक्षा पास करते ही मुझे मार्चे रिटेल प्राइवेट लिमिटेड में नौकरी मिल गई।“
खानपुर गांव की रहने वाली 27 साल की पूजा के मुताबिक, “मेरे पति ने मुझे एनपीसीएल के कौशल विकास केंद्र के बारे में बताया जहां बिना कोई शुल्क लिए रोजगार से जुड़े कई तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाते हैं। मेरी कंप्यूटर सीखने की इच्छा थी और मेरा डोमेस्टिक डेटा एंट्री ऑपरेटर कोर्स में चयन हो गया। दो महीने रोजाना क्लास करने के बाद मेरे अच्छे नंबर आए और फिर मुझे वहीं पर आयोजित रोजगार मेल में एक कंपनी से नौकरी का ऑफर मिल गया। मुझे इस बात की खुशी है कि नौकरी मिलने के बाद अब मैं घर चलाने में भी अपना योगदान देती हूं।“अंजिल और पूजा उन 211 युवाओं में शामिल हैं जिन्हें आज एनपीसीएल की मदद से नौकरी मिली है। एनपीसीएल के सहयोग से अपने बच्चों को बड़ी-बड़ी कंपनियों में नौकरी मिलने पर उनके माता-पिता खुशी से फूले नहीं समा रहे। एनपीसीएल की ओऱ से आयोजित रोजगार मेले में पहुंचे परिजनों ने कहा कि उनके बच्चों को रोजगार मिलने से अब उनकी आर्थिक परेशानी दूर हो जाएगी।एनपीसीएल के प्रवक्ता मनोज झा का कहना है, “सीएसआर प्रोजेक्ट ‘सक्षम’ का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद युवाओं को कुशल प्रशिक्षण देकर उन्हें नौकरी दिलाना है। हमारा ये प्रयास स्थानीय समुदाय के जीवन को और बेहतर बनाने में हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। एनपीसीएल आगे भी स्थानीय युवाओं को जरूरी प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार दिलाने में मदद करता रहेगा”।