नोएडा : फर्जी स्टांप बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, आरोपियों के पास थी पुलिस की मुहर
नोएडा : फर्जी स्टांप बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, आरोपियों के पास थी पुलिस की मुहर
शफी मौहम्मद सैफी
नोएडा। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। थाना एक्सप्रेस वे पुलिस ने फर्जी स्टांप बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
ये आरोपी पुलिस अधीक्षक के नाम की स्टांप बनाते थे, जबकि नोएडा में पुलिस कमिश्नर बैठते हैं। फर्जीवाड़ा करने के लिए उनके पास सारे तंत्र मौजूद थे, इससे वो आसानी से भोले-भाले लोगों को झांसा देते थे। आरोपी पुलिस वेरिफिकेशन के नाम पर लोगों से पैसों की ठगी किया करते थे।डीसीपी राम बदन सिंह ने गुरुवार को इस मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपी 450 रुपए फीस लेकर फर्जी तरीके से दस्तावेजों का वेरिफिकेशन करते थे। उनके पास पुलिस की मुहर भी थी, इससे लोगों को उन पर भरोसा हो जाता था। सूचना मिलने पर आरोपियों पर कार्रवाई की गई। आरोपियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।डीसीपी राम बदन सिंह ने लोगों से जागरूक रहने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि जब भी आप किसी कर्मचारी को काम पर रखें, तो उसकी पहचान सत्यापित कर लें। उसका नाम, स्थायी और अस्थायी पता, मोबाइल नंबर, आधार नंबर सारी जानकारी करें।बता दें कि आरोपी बिना किसी भय के लोगों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें लूटते थे। लोगों को लूटने के लिए उन्होंने पुलिस वेरिफिकेशन की तरकीब खोज निकाली। इससे वो लोगों को भरोसे में लेकर पैसे ऐठने में कामयाब हो जाते थे।अभियुक्त रजनीश सिंह चौहान पुत्र राजेन्द्र सिंह चौहान निवासी-ग्राम दोस्तपुर मंगरौली, सेक्टर-167, थाना एक्सप्रेस-वे, नोएडा उम्र-32 वर्ष। राहुल चौहान पुत्र बलबीर चौहान निवासी ग्राम छपरौली, सेक्टर-168, थाना एक्सप्रेस-वे, गौतमबुद्धनगर उम्र-25 वर्ष।अमित कुमार पुत्र ओमपाल निवासी-ग्राम मंगरौली, थाना एक्सप्रेस-वे, नोएडा उम्र-30 वर्ष से
दो लैपटॉप एचपी व एक लैपटॉप डैल,06 वैरिफिकेशन फार्म की छायाप्रत, 02 वैरिफिकेशन फार्म भरे हुये,एक रबर की मोहर (प्रभारी वैरिफिकेशन सैल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय जनपद गौतमबुद्धनगर (उ0प्र)),02 स्टैम्प पैड नीली स्याही
6-32 किता खाली फार्म पेपर,02 मोबाइल व 130 पुलिस वेरीफिकेशन (फर्जी सत्यापित) बरामद हुए हैं