150 करोड़ कीमत की एमडीएमए बरामद, कॉलेजों से लेकर विदेशों तक ऑनलाइन करते थे सप्लाई। कमिश्नरेट पुलिस ने ड्रग्स बनाने की फैक्टरी का भंडाफोड़, चार नाइजीरियाई को गिरफ्तार
150 करोड़ कीमत की एमडीएमए बरामद, कॉलेजों से लेकर विदेशों तक ऑनलाइन करते थे सप्लाई
कमिश्नरेट पुलिस ने ड्रग्स बनाने की फैक्टरी का भंडाफोड़, चार नाइजीरियाई को गिरफ्तार
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा/दादरी। कमिश्नरेट पुलिस ने ड्रग्स बनाने की फैक्टरी का भंडाफोड़ करते हुए चार नाइजीरियाई को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 25.7 किलो मैथा ड्रग्स (एमडीएमए) और उसे बनाने के उपकरण बरामद हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बरामद ड्रग्स और कच्चे माल की कीमत 150 करोड़ रुपये आंकी गई है। चारों आरोपी छात्र बनकर रहते थे। उनकी पहचान नाइजीरिया निवासी इफियानी जॉनबॉस्को, चिड़ि, वाले इमेनुएल और ऑन्योकैची के रूप में हुई है। इनमें से केवल इमेनुएल के पास वैध वीजा मिला है। इफियानी का वीजा समाप्त हो चुका है। जबकि दो अन्य आरोपियों के पासपोर्ट नहीं मिले हैं।पुलिस जांच में पता चला है कि जिस मकान में ड्रग्स फैक्टरी चल रही थी उसका किरायानामा दो नाइजीरियाई छात्राओं के नाम पर है। दोनों ग्रेनो के नामी विश्वविद्यालय में पढ़ती हैं। पकड़े गए आरोपी ऑनलाइन ड्रग्स की सप्लाई करते थे। पूछताछ में ई-कॉमर्स के जरिये अफ्रीकी देशों के साथ-साथ देश के अन्य शहरों में सप्लाई का खुलासा हुआ है। इसके अलावा आरोपी स्थानीय और एनसीआर के कॉलेजों के आसपास भी ड्रग्स की सप्लाई करते थे। पुलिस ने इस पूरे मामले की जानकारी नाइजीरिया के दूतावास और विदेश मंत्रालय को दी है। नारकोटिक विभाग भी मामले की जांच में जुट गया है। इस पूरी प्रक्रिया में दादरी पुलिस के साथ इकोटेक-प्रथम और स्वॉट टीम ने मिलकर काम किया।बृहस्पतिवार को आयोजित प्रेसवर्ता में डीसीपी साद मियां खान ने बताया कि गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी (जीबूयी) के पास से गिरफ्तार ऑन्योकैची और इमेनुएल की कार से एमडीएमए बरामद हुई थी। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने ओमीक्राॅन-1 में मथुरापुर स्थित मकान में रहने और एमडीएमए समेत अन्य मादक पदार्थ बनाने की लोग फैक्टरी चलाने का खुलासा किया। पुलिस ने बुधवार को मकान पर छापा मारकर अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मौके से 26.7 किलो ड्रग्स के साथ करीब 35 किलो ड्रग्स बनाने का कच्चा माल और इसे बनाने के उपकरण भी बरामद हुए हैं।
23 हजार रुपये प्रतिमाह के किराये पर लिया था मकान पुलिस के मुताबिक आरोपी जिस मकान में रहते थे उसे 23 फरवरी 2024 को 23 हजार रुपये प्रति माह के किराये पर लिया गया था। यह मकान दिल्ली निवासी कल्पना का है। उसके पति पुष्पेंद्र ने किरायानामे के आधार पर दो नाइजीरियाई छात्राओं को मकान दिया था। हालांकि मकान में आरोपी रहते थे। पुलिस ने मकान मालिक को नोटिस देकर बयान देने के लिए बुलाया है। वहीं छात्राओं के संबंध में संबंधित विश्वविद्यालय से जानकारी जुटाई जा रही है।कोकीन के बाद एमडीएमए की कीमत सबसे ज्यादा
पुलिस को मौके से एमडीएमए पाउडर की शक्ल में मिला है। बताया जाता है कि इससे महंगा मादक पदार्थ सिर्फ कोकीन है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक किलो कोकीन की कीमत 10 करोड़ रुपये बताई जाती है। जबकि एमडीएम की कीमत करीब ढाई करोड़ रुपये किलो होती है। पुलिस को मौके से केमिकल, चार हीटिंग मैंटल, 8 गोल जार, एक संघनन जार, पाइप, दो डीप फ्रीजर, छलनी, दाब मशीन, 200 लीटर के दो खाली ड्रम, दो वरना कार, चार मोबाइल आदि उपकरण बरामद हुए हैं।
पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी पूर्वोत्तर के राज्यों में ड्रग्स फैक्टरी खोलने की साजिश रच रहे थे। आरोपियों के वित्तीय लेनदेन के आलावा, बैंक खातों और गिरोह के विदेश से जुड़े तार की जानकारी खंगाली जा रही है।