मेयर, आरडब्ल्यूए और ग्रीन सोसाइटी ऑफ इंडिया : अपशिष्ट निस्तारण के लिए सैनिटरी लैंड फिल्स एक विकल्प
मेयर, आरडब्ल्यूए और ग्रीन सोसाइटी ऑफ इंडिया : अपशिष्ट निस्तारण के लिए सैनिटरी लैंड फिल्स एक विकल्प
ग्रेटर नोएडा। आज यहां बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने अखिल भारतीय महापौर और आर डब्लू ए के शिखर सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए कहा की अपशिष्ट निस्तारण के लिए सैनिटरी लैंड फिल्स एक विकल्प है । उन्होंने जल संरक्षण की आवश्यकता को प्राथमिकता देने का भी सुझाव दिया ।शिखर सम्मेलन के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ने कहा कि गाँव में कूड़ा निस्तारण की समस्या नहीं है जबकि वो सैकड़ों साल पुराना है । शहर में हम को प्रत्येक घर में शून्य कूड़े की नीति अपनानी होगी । उन्होंने कहा कि गाजियाबाद में जो ग्रह कर में वृद्धि की गई है उसमें संशोधन किया जाएगा ।
शिखर सम्मेलन के विशिष्ट अतिथि एवं विश्व शांति केंद्र के संस्थापक पूज्य आचार्य डा लोकेश जी ने कहा की गीले और सूखे कूड़े का सेग्रीगेशन सोर्स पर ही होना चाहिए । फिर भी यदि कूड़े को ग्राउंड पर डंप करने की आवश्यकता आती है तो सैनिटरी लैंड फिल्स एक विकल्प है । उन्होने कहा की पर्यावरण मे लिपटे हुये रहन सहन को ही जैन धर्म कहा जाता है | उन्होंने कहा वायु प्रदूषण से अधिक खतरनाक है मानसिक प्रदूषण । स्कोडा ग्रुप के एड्वाइजर और कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राजन छिबबर ने कहा की 2047 मे भारत को विकसित भारत बनाने के लिए हम सब को मजदूर बनना पड़ेगा यानि मजे से दूर |
कोंफड्रेशन ऑफ आर डब्लू ए फेडरेशन, (कोरवा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और All India Mayors & RWAs Summit के मुख्य संयोजक कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी ने कहा की हम खुले मे कूड़ा फेंके तो अपराध माना जाता है | इसलिए नगर निगम को भी खुले मे कूड़ा डंप करने का अधिकार नहीं होना चाहिए | सुझाव है की डम्पिंग ग्राउंड की जगह सेनेट्री लैंड फिल्स बनाई जाये जिसकी सूक्ष्म जानकारी संलग्न है |
इस अवसर पर हैदराबाद से बी टी श्रीनिवासन , वी वी राव , केरला से एम के बीरन , दिल्ली से सौरभ गांधी , रंजू मिनहास , उत्तर प्रदेश से डा पवन कौशिक एवं अन्य ने जल संरक्षण एवं अन्य शहरी समस्याओ के समाधान के तरीकों पर सुझाव दिए । ग्रीन सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष स्वदेश कुमार के अनुसार, “पानी की समस्या के समाधान के लिए जलस्रोतों से लेकर इमारतों तक पाइपलाइन बिछाई जानी चाहिए और धार्मिक अनुष्ठान के तौर पर हर इलाके में पानी का रिचार्ज किया जाना चाहिएI”