श्री द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दनकौर गौतम बुद्ध नगर में मनाया गया‘शहीद दिवस
श्री द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दनकौर गौतम बुद्ध नगर में मनाया गया‘शहीद दिवस
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा। श्री द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दनकौर गौतम बुद्ध नगर में ‘शहीद दिवस’ मनाया गया। शहीद दिवस कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती की प्रतिमा एवं शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के चित्र के समक्ष ब्रज किशोर गुप्ता (सी0ओ0 पुलिस विभाग), महाविद्यालय सचिव रजनीकान्त अग्रवाल एवं प्राचार्य डॉ0 गिरीश कुमार वत्स द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर एवं पुष्प अर्पित कर किया गया तथा बी0ए0 की छात्रा कु0 ज्योति द्वारा माँ शारदे की वन्दना प्रस्तुत की गई।इस अवसर पर महाविद्यालय के सचिव रजनीकान्त अग्रवाल ने शहीदों के बलिदान को याद कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये कहा कि- काम करो ऐसा की पहचान बन जाये, मात्र 23 वर्ष की आयु में शहीद भगत सिंह सभी युवाओं की प्रेरणा बन गये और कहा कि पराधीनता कष्टदायक होती है, हर व्यक्ति उन्मुक्त रहना चाहता है, घर की सूखी रोटी भी अच्छी होती है। मैं उन माताओं को भी नमन करता हूँ, जिन्होंने ऐसे वीर सपूतों को जन्म दिया तथा हमे इस स्वतंत्रता को बनाये रखना चाहिए जो हमें इतने बलिदानों के बाद प्राप्त हुई। साथ ही महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ0 गिरीश कुमार वत्स जी ने अपने उद्बोधन में वशीर बद्र का शेर पढ़ते हुये कहा कि- ‘‘कोई तमील उम्र जिया यूँ नसीब, कोई जारी सी उम्र में इतिहास रच गया’’ तथा शहीदों को पुष्पाजंलि अर्पित करते हुये युवाओं को शहीद भगत सिंह से भारत माता के प्रति देशभक्ति की प्रेरणा लेने के लिये उत्साहित किया और कहा कि शहीद भगत सिंह जी का शौर्य और मातृभूमि की आजादी के प्रति साहस सभी युवाओं को प्रेरणा देता है।महाविद्यालय के हिन्दी विभाग की प्राध्यापिका डॉ0 शिखा रानी ने शहीदों को याद करते हुये कहा कि आज हम जिस स्वतंत्र देश की खुली हवा में सांस ले रहे हैं, इसके पीछे शहीद भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव जी का बहुत बड़ा योगदान रहा है। जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिये अपने प्राणों की आहुति दे दी। साथ ही डॉ0 शिखा रानी ने कहा कि- ‘‘वे एक नया इतिहास लिखकर सन्नाटे में खो गए, तुम तो वीर थे भारत माँ के शहीद हो गये।’’ इस अवसर पर डॉ0 नाज परवीन प्राध्यापिका इतिहास विभाग ने अपनी स्वरचित कविता ‘‘इतिहास भूला नहीं तुम्हें’’ प्रस्तुत की तथा योगेश नागर प्राध्यापक गणित विभाग तथा डॉ0 प्रीति रानी सेन विभागाध्यक्ष वाणिज्य विभाग, विकास बाबू प्राध्यापक वाणिज्य विभाग ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये साथ ही महाविद्यालय के छात्र/छात्राओं ने क्रमशः अनामिका, कविता, सुल्ताना, खुशी तिवारी, राखी, ज्योति, जागृति ने भी वीर शहीदों को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुये अपनी-अपनी कविताऐं, रागिनी, प्रस्तुत की।इसी श्रंृखला में कार्यक्रम संयोजक डॉ0 अनुज कुमार भड़ाना, प्राध्यापक (राजनीति विभाग) द्वारा शहीदों को याद करते हुये अपने विचार व्यक्त किये तथा विभागाध्यक्ष हिन्दी विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 देवानन्द सिंह ने राष्ट्रवाद पर प्रकाश डालते हुये राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयं-सेवियों के साथ शहीदों को पुष्पाजंलि अर्पित कर शहीद वीरों को याद किया तथा शहीद वीरों से प्रेरणा लेने के लिए प्रोत्साहित किया।इस अवसर पर विज्ञान विभागाध्यक्ष श्री अमित नागर ने अपने विचार व्यक्त करते हुये सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार के शिक्षक-शिक्षिकाएँ- डॉ0 रश्मि गुप्ता, डॉ0 रश्मि जहाँ, शशी डहेलिया, डॉ0 कोकिल, इन्द्रजीत सिंह, डॉ0 रेशा, डॉ0 प्रशान्त कन्नौजिया, डॉ0 अज़मत आरा, सुनील कुमार, डॉ0 निशा शर्मा, प्रीति सिंघल, कु0 काजोल अरोरा, कु0 नगमा सलमानी, महींपाल सिंह, हनी शर्मा, प्रीति पतंजलि, मोनिका शर्मा, विक्रम सैनी, चन्द्रेश कुमार त्रिपाठली, दिग्विजय सिंह, सोनाली बाल्यान, काजल कपासिया तथा कार्यालयी व अन्य स्टॉफ अजय कुमार, करन नागर, पुनीत कुमार गुप्ता, मुकुल कुमार शर्मा, बिजेन्द्र सिंह, विनीत कुमार, अंकित कुमार, राकेश कुमार चुतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों में मनोज कुमार ज्ञान प्रकाश कश्यप, रनवीर, रामकुमार शर्मा, बिल्लू सिंह, व विनोद कुमार, अशोक कुमार, व मोती कुमार, ने धनेश कुमार, राहुल कुमार, रानी, जगदीश सिंह आदि मौजूद रहें।