रूही की मौत के न्याय की उम्मीद जगी,एडवोकेट उमेश भाटी ने संभाला मोर्चा बोले रूही के परिवार को मिलेगा इंसाफ
रूही की मौत के न्याय की उम्मीद जगी,एडवोकेट उमेश भाटी ने संभाला मोर्चा बोले रूही के परिवार को मिलेगा इंसाफ
ग्रेटर नोएडा। गौतम बुद्ध नगर के तिरथली गांव की निवासी रूही की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। इस दुखद घटना ने न केवल एक परिवार को उजाड़ दिया है, बल्कि न्याय व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं। 27 फरवरी, 2021 को पलवल में शादी के बंधन में बंधी रूही की 15 मई, 2023 को कथित तौर पर मौत हुई थी और इसे एक दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया गया था। इस मामले में, रूही के माता-पिता को अब न्याय की एक नई उम्मीद मिली है, क्योंकि बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और प्रतिष्ठित एडवोकेट उमेश भाटी ने उनके लिए कानूनी लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया है।रूही की शादी के बाद उन्हें एक बेटा हुआ, जो अब मात्र 3 साल का है। रूही के पति पर उसकी मौत की साजिश रचने का आरोप है। रूही के माता-पिता ने अपनी बेटी के लिए न्याय की गुहार कई जगहों पर लगाई, लेकिन उनके प्रयासों को बार-बार दबाया गया। तमाम असफलताओं के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी । रूही के माता-पिता और एडवोकेट उमेश भाटी ने इस मामले की गहन जांच और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। एडवोकेट भाटी ने कहा, “यह सिर्फ एक कानूनी लड़ाई नहीं है, बल्कि एक परिवार के लिए न्याय की लड़ाई है। हम सुनिश्चित करेंगे कि दोषियों को उनके किए की सजा मिले और रूही के परिवार को न्याय मिल सके।” रूही के माता-पिता ने भी अपनी बेटी के लिए न्याय की मांग दोहराई है और कहा है कि वे अपनी आखिरी सांस तक इस लड़ाई को जारी रखेंगे।इस मामले में सभी संबंधित अधिकारियों से अपील की जाती है कि वे इस दुखद घटना का संज्ञान लें और न्याय सुनिश्चित करें ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।