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जी०डी० गोयंका पब्लिक स्कूल में 9 से 12 तक छात्रों को साइबर अपराध के बारे में दी जानकारी 

जी०डी० गोयंका पब्लिक स्कूल में 9 से 12 तक छात्रों को साइबर अपराध के बारे में दी जानकारी 

शफी मौहम्मद सैफी

ग्रेटर नोएडा।जी०डी० गोयंका पब्लिक स्कूल में 9 से 12 तक छात्रों को साइबर अपराध किसे कहते हैं और इनसे कैसे बचा जा सकता है इसके बारे में जानकारी दी गई और बचाव के बारे में छात्रों को अवगत कराया गया। आजकल के बच्चे हमेशा अपने स्मार्टफोन, टैबलेट, गेमिंग कंसोल और कंप्यूटर पर ऑनलाइन रहते हैं। वे कई खतरों का सामना करते हैं क्योंकि वे सबसे ज़्यादा बार इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों में से हैं। बच्चों की साइबर सुरक्षा चिंताएँ एक बढ़ती हुई समस्या है। यह जानना कि बच्चो को ऑनलाइन किन खतरों का सामना करना पड़ता है, अगर वे इंटरनेट ब्राउज़ करने में बहुत समय बिताते हैं, तो आपको उनके लिए उचित तरीके से जवाब देने में मदद करेगा। इंटरनेट पर कई जोखिम हैं जो बच्चों की ऑनलाइन स्थिरता और सुरक्षा को खतरे में डालते हैं। बच्चे अपनी साइबर सुरक्षा के लिए कई तरह के ऑनलाइन खतरों के संपर्क में आते हैं। मैलवेयर फ़िशर्स, पोर्नोग्राफ़िक वेबसाइट, डेटा चोरी या हैकिंग के प्रयास, पहचान की चोरी या हैकिंग के प्रयास, धोखाधड़ी वाली योजनाएँ और घोटाले इनमें से कुछ उदाहरण हैं। आप साइबर बीमा चुनकर अपने बच्चो की सुरक्षा के लिए सबसे महत्वपूर्ण काम कर सकते हैं। साइबर खतरा, जिसे साइबर सुरक्षा खतरा भी कहा जाता है, एक दुर्भावनापूर्ण कार्य है जिसका उद्देश्य डेटा को नुकसान पहुंचाना, डेटा चुराना या सामान्य रूप से डिजिटल जीवन को बाधित करना होता है। साइबर अपराध से बचने के लिए, मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें, अपने सॉफ़्टवेयर को अपडेट रखें, संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें, और मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA) चालू करें. इसके अतिरिक्त, सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग करते समय सावधानी बरतें और अपने व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखें. साइबर अपराध से बचने के लिए, निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है: मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें: अपने सभी ऑनलाइन खातों के लिए मजबूत, अद्वितीय पासवर्ड बनाएं,जिसमें अक्षरों, संख्याओं और प्रतीकों का मिश्रण हो, सॉफ्टवेयर को अपडेट रखें: अपने ऑपरेटिंग सिस्टम,ब्राउज़र और अन्य सॉफ़्टवेयर को नियमित रूप से अपडेट करें, क्योंकि अपडेट में अक्सर सुरक्षा पैच शामिल होते हैं. संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें: ईमेल, सोशल मीडिया या अन्य स्रोतों से प्राप्त होने वाले संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, खासकर यदि वे अज्ञात स्रोतों से आए हों. मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA) चालू करें: अपने ऑनलाइन खातों पर MFA सक्षम करें, जो आपके खाते में एक अतिरिक्त सुरक्षा परत जोड़ता है. सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग करते समय सावधानी बरतेंः सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क का उपयोग करते समय संवेदनशील जानकारी जैसे कि बैंकिंग विवरण या पासवर्ड दर्ज करने से बचें. अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखें: अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि बैंक विवरण, क्रेडिट कार्ड नंबर, और सोशल सिक्योरिटी नंबर, को ऑनलाइन साझा करते समय सावधानी बरतें. एंटीवायरस और एंटी-मैलवेयर सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें: अपने कंप्यूटर और अन्य उपकरणों पर विश्वसनीय एंटीवायरस और एंटी-मैलवेयर सॉफ़्टवेयर स्थापित करें और इसे नियमित रूप से अपडेट करें. साइबर अपराधों के बारे में जागरूक रहें: साइबर अपराधों के विभिन्न प्रकारों और उनसे बचने के तरीकों के बारे में जागरूक कैसे रह सकते हैं अथवा यदि आप साइबर अपराध का शिकार होते हैं, साइबर अपराध होने पर सबसे पहले राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें या 1930 पर कॉल करें। इसके अतिरिक्त, आप अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम सेल में भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। सभी जानकारी से छात्रों को अवगत कराया

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