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भारत का सबसे बड़ा स्वच्छ ऊर्जा समागम ग्रेटर नोएडा में शुरू: आरईआई एक्सपो और बैटरी शो इंडिया ने तय किया हरित भविष्य का रोडमैप

भारत का सबसे बड़ा स्वच्छ ऊर्जा समागम ग्रेटर नोएडा में शुरू: आरईआई एक्सपो और बैटरी शो इंडिया ने तय किया हरित भविष्य का रोडमैप

ग्रेटर नोएडा।भारत के स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए इन्फॉर्मा मार्केट्स इन इंडिया ने गुरुवार को इंडिया एक्सपो मार्ट, ग्रेटर नोएडा में रिन्यूएबल एनर्जी इंडिया (REI) एक्सपो 2025 के 18वें संस्करण और द बैटरी शो इंडिया (TBSI) के तीसरे संस्करण का भव्य शुभारंभ किया।‘नेट ज़ीरो प्राप्त करने के लिए मार्ग का निर्धारण’ थीम पर केंद्रित यह तीन दिवसीय आयोजन (30 अक्टूबर से 1 नवंबर तक) स्वच्छ ऊर्जा, बैटरी प्रौद्योगिकी और हरित नवाचारों का सबसे बड़ा मंच बन गया है। इस एक्सपो में 700 से अधिक प्रदर्शक, 1,000 ब्रांड, 250 वैश्विक विचारक और 35,000 से अधिक आगंतुक शामिल हो रहे हैं। वहीं द बैटरी शो इंडिया में 350 से अधिक प्रदर्शक और 20,000 उद्योग विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। उद्घाटन समारोह में टेरी की महानिदेशक डॉ. विभा धवन, ओडिशा सरकार के रिन्यूएबल एनर्जी नोडल एजेंसी प्रमुख देबाशीष दास, मध्य प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनु श्रीवास्तव, जर्मनी के राजदूत डॉ. फिलिप एकरमैन और इन्फॉर्मा मार्केट्स के प्रबंध निदेशक योगेश मुद्रास सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।मध्य प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनु श्रीवास्तव ने कहा कि भारत ने ₹2.70 प्रति यूनिट की दर पर 24 घंटे सौर-प्लस-स्टोरेज बिजली आपूर्ति कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने कहा, “भारत ने बिना सब्सिडी के सस्ती, स्थायी और विश्वसनीय ऊर्जा की दिशा में क्रांतिकारी कदम उठाया है। यह ऊर्जा विश्वसनीयता में एक नया अध्याय है।”ओडिशा सरकार के देबाशीष दास ने राज्य के ऊर्जा बदलाव पर कहा कि “फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट्स और पंप स्टोरेज अवसरों के जरिए ओडिशा विकसित भारत 2047 के विज़न को साकार कर रहा है। हमारा लक्ष्य स्वच्छ ऊर्जा को सस्ती और सुलभ बनाना है।”टेरी की महानिदेशक डॉ. विभा धवन ने कहा, “भारत 127 गीगावाट की सौर क्षमता पार कर चुका है और 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ऊर्जा लक्ष्य की ओर अग्रसर है। हरित हाइड्रोजन मिशन और पीएलआई योजनाएं इस बदलाव की गति को और तेज कर रही हैं।”इन्फॉर्मा मार्केट्स इन इंडिया के प्रबंध निदेशक योगेश मुद्रास ने कहा, “भारत की स्वच्छ ऊर्जा क्षमता 2025 में 250 गीगावाट को पार कर चुकी है। 2030 तक 500 गीगावाट के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सरकार ने 30 GWh बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणालियों हेतु ₹5,400 करोड़ की योजना स्वीकृत की है, जिससे ₹33,000 करोड़ का निवेश आकर्षित होगा।”तीन दिवसीय एक्सपो में रिलायंस, अडाणी सोलर, गोल्डि सोलर, हैवल्स, वारी सोलर और विक्रम सोलर जैसी अग्रणी कंपनियां अपने नवीनतम स्वच्छ ऊर्जा समाधानों का प्रदर्शन कर रही हैं। वहीं जर्मनी, चीन, जापान सहित कई देशों के अंतरराष्ट्रीय पवेलियन भी आकर्षण का केंद्र बने हैं। इस आयोजन ने एक बार फिर साबित किया है कि भारत न केवल अक्षय ऊर्जा उत्पादन में बल्कि स्वच्छ तकनीकी नवाचार और निवेश आकर्षण में भी वैश्विक नेतृत्व की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

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