एमिटी यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा में हुआ आईईटीई सबसेंटर का उद्घाटन।
एमिटी यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा में हुआ आईईटीई सबसेंटर का उद्घाटन।
ग्रेटर नोएडा।तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए आज एमिटी यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा परिसर में इंस्टिट्यूशन ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर्स (IETE) के सबसेंटर का शुभारंभ किया गया। यह सबसेंटर न केवल छात्रों और शोधार्थियों को तकनीकी प्रगति से जोड़ने का मंच प्रदान करेगा, बल्कि उद्योग और अकादमिक जगत के बीच सेतु का कार्य भी करेगा। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुनील,अध्यक्ष, आईईटीई ने उद्घाटन किया और अपने संबोधन में कहा कि आईईटीई सबसेंटर की स्थापना से विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीकों, विशेषकर इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलीकम्युनिकेशन और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उन्नत प्रशिक्षण एवं शोध के अवसर मिलेंगे। उन्होंने इस पहल को “युवाओं के भविष्य निर्माण की दिशा में सशक्त कदम” बताया।गेस्ट ऑफ ऑनर मनीष मल्होत्रा सीईओ एवं फाउंडर ने भी अपने उद्बोधन में कहा कि एमिटी यूनिवर्सिटी जैसे संस्थानों में आईईटीई सबसेंटर की स्थापना विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान और उद्योग-उन्मुख कौशल प्रदान करने में सहायक होगी।इस अवसर पर एमिटी यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर जनरल प्रोफेसर (डॉ.) अजय राणा ने विश्वविद्यालय की ओर से सभी अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि यह सबसेंटर विद्यार्थियों को नवाचार, शोध और उद्योग सहयोग की नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। कार्यक्रम में जी.पी. सिंह, चेयरमैन, आईईटीई नोएडा सेंटर एवं सेवानिवृत्त इसरो वैज्ञानिक, डॉ. शिव कुमार, वाइस प्रेसिडेंट, चेयरमैन TPOC, ऑस्ट्रेलियाई प्रोफेसर माइकल क्लेमेंट्स, तथा ब्रिगेडियर वी.के. पांडे (सेवानिवृत्त), मानद कोषाध्यक्ष ने भी समारोह में भाग लिया और आईईटीई सबसेंटर की स्थापना को ऐतिहासिक कदम बताया। इसके अतिरिक्त आईईटीई से जुड़े कई अन्य गणमान्य अतिथि, शिक्षाविद एवं तकनीकी विशेषज्ञ भी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर एमिटी यूनिवर्सिटी के डीन, डोमेन हेड, फैकल्टी तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ भी उपस्थित रहे, जिन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय योगदान दिया।उद्घाटन समारोह में तकनीकी चर्चाएँ, भविष्य की गतिविधियों की रूपरेखा और छात्रों के लिए नई शोध एवं नवाचार संभावनाओं पर विशेष सत्र भी आयोजित किए गए।आगामी समय में इस सबसेंटर के अंतर्गत वर्कशॉप, प्रशिक्षण कार्यक्रम, हैकाथॉन, टेक्निकल प्रतियोगिताएँ और इंडस्ट्री-इंटरैक्शन सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनसे विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीकी प्रवृत्तियों की जानकारी मिलेगी और वे उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप कौशल विकसित कर पाएंगे।आईईटीई सबसेंटर की स्थापना से एमिटी यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तकनीकी गतिविधियों में भागीदारी का अवसर मिलेगा। यह सबसेंटर न केवल शैक्षणिक गुणवत्ता को सशक्त करेगा बल्कि भारत को “विकसित डिजिटल राष्ट्र” बनाने की दिशा में भी योगदान देगा।