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विद्युत नियामक आयोग की “जन सुनवाई” में आईआइए ने रखा क्षेत्र के उद्यमियों की और से “मांग एवं सुझाव पत्र।

विद्युत नियामक आयोग की “जन सुनवाई” में आईआइए ने रखा क्षेत्र के उद्यमियों की और से “मांग एवं सुझाव पत्र।

ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग (UPERC) के तत्वावधान में गौतमबुद्धविश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में जन सुनवाई महागोष्ठी का आयोजन किया गया। यह जन सुनवाई नोएडा पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (NPCL) द्वारा प्रदत्त उपभोक्ता सेवाओं, टैरिफ एवं विद्युत आपूर्ति से संबंधित विषयों पर केंद्रित रही।इस अवसर पर आईआईए ग्रेटर नोएडा की कोर टीम ने उपभोक्ताओं की चिंताओं, सुझावों एवं समस्याओं को उजागर करते हुए एक मांग पत्र आयोग के समक्ष प्रस्तुत किया।

तकनीकी समिति के चेयरमैन जेड रहमान द्वारा प्रस्तुत बिंदुओं को अन्य वक्ताओं का भी समर्थन प्राप्त हुआ। मुख्य बिंदु जिनमें वर्तमान टैरिफ MSME इकाइयों के लिए पहले से ही अत्यधिक है। किसी भी प्रकार की वृद्धि MSME क्षेत्र पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगी। यदि संभव हो, तो टैरिफ में कमी की जाए।MSME इकाइयों को दी जा रही 10% की छूट को यथावत रखा जाए। यह राहत बहुत आवश्यक है।बार-बार होने वाली आपूर्ति बाधाएं उद्योगों के लिए हानिकर हैं। अधिकांश फॉल्ट खुले तारों से होते हैं। अतः सभी औद्योगिक क्षेत्रों में भूमिगत केबलिंग की जाए तथा इसकी समय-सीमा भी निर्धारित की जाए।

सभी औद्योगिक ब्लॉकों की गलियों में अलग-अलग RMU आइसोलेशन यूनिट्स लगाई जाएं ताकि फॉल्ट की स्थिति में न्यूनतम क्षेत्र प्रभावित हो। वर्तमान में 50 kW से अधिक लोड पर ट्रांसफार्मर लगाने की अनिवार्यता को 100 kW तक किया जाए, जैसा कि पूर्व में लागू था।वर्तमान में स्टाफ की भारी कमी है, जिससे फॉल्ट सुधारने में देरी होती है। क्षेत्र के विस्तार को देखते हुए स्टाफ की संख्या में वृद्धि अनिवार्य है। NPCL अब तक इस क्षेत्र में कोई विद्युत उत्पादन नहीं कर रहा है और केवल ट्रेडर की भूमिका निभा रहा है, जो अनुबंध की शर्तों के विपरीत है। विद्युत उत्पादन प्रारंभ करने की समय सीमा स्पष्ट की जाए। नियामक आयोग यह सुनिश्चित करे कि NPCL कब तक अपना विद्युत उत्पादन आरंभ करेगा।यदि कोई उद्योग अपने भूखंड का कुछ भाग किराए पर देता है, तो किरायेदार को अलग विद्युत कनेक्शन लेने की अनुमति दी जाए।सौर ऊर्जा उत्पादन करने वाली इकाइयों को नेट मीटरिंग का लाभ दिया जाए, जिससे अतिरिक्त उत्पादन का बिलिंग में समायोजन किया जा सके।गोष्ठी में आईआईए ग्रेटर नोएडा की ओर से बाबूराम भाटी, जेड रहमान, विशारद गौतम, हिमांशु पांडे, प्रमोद गुप्ता, महेश त्यागी सहित अनेक सदस्यों ने भाग लिया l IIA के सभी विचारों को ध्यान से सुना गया एवं उस पर कार्यवाही का आश्वासन दिया गया l

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