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नये पर्यटन क्षेत्र बनाने की दिशा में होटल व्यवसायी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। गजेंद्र सिंह शेखावत।

नये पर्यटन क्षेत्र बनाने की दिशा में होटल व्यवसायी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। गजेंद्र सिंह शेखावत।

उदयन् भारतम् राइजिंग इंडिया – शेपिंग ए न्यू एरा इन हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म” विषय के साथ तीसरे सम्मेलन का हुआ आयोजन

शफी मौहम्मद सैफी

ग्रेटर नोएडा। “उदयन् भारतम् राइजिंग इंडिया – शेपिंग ए न्यू एरा इन हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म” विषय के साथ तीसरे सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन माननीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री, गजेंद्र सिंह शेखावत ने किया। इस अवसर पर आतिथ्य और पर्यटन क्षेत्रों से 500 से अधिक प्रतिनिधियों की एक महत्वपूर्ण भागीदारी देखी गई।5 और 6 अगस्त, 2024 को आयोजित हो रहा यह कार्यक्रम उद्योग के पेशेवरों को सार्थक बातचीत में शामिल होने, विचारों का आदान-प्रदान करने और उद्योग के भविष्य का पता लगाने के लिए एक सार्थक मंच प्रदान करेगा।सम्मेलन के उद्घाटन के बाद गजेंद्र सिंह शेखावत, पर्यटन और संस्कृति मंत्री, भारत सरकार
ने संबोधित करते हुए कहा कि “ऐसे समय में जब भारत बदल रहा है तो हम भी इस विश्वास के साथ काम करें कि हम भी भारत के बदलाव के वाहक हैं। अगर काम करते हुए हम ये भाव रखते हैं, तो आने वाली पीढ़ी को हम बता सकगे कि हमने हिंदुस्मान को बदलने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि आज के समय में वर्तमान पर्यटन क्षेत्र की भीड़ को कम करने के लिये पर्यटन के लिये नये जगहों की तलाश करना सबसे बड़ी चुनौती है। इस दिशा में होटल व्यवसायी बड़ी भूमिका निभा सकत है। हमने कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की है कि किस तरह हम नये जगहों का पता करें, वहां इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण करें, वहां बुनियादी सुविधाओं को विकसित करें, और वहां पर होटल्स और रेस्टोरेंट को प्लग एंड प्ले की स्थिति में सभी परमिशन के साथ जमीन मुहैया करें क्योंकि होटल बनाने में लगने वाले लंबे समय के दर्द को मैं जानता हूं। चार साल में से 2 साल केवल परमिशन लेने में लग जाते हैं।उन्होंने सभी हितधारकों को संबोधित करते हुए कहा किपरमिशन लेने की समय सीमा को कैसे कम कर सकते हैं, इस पर विचार करने का काम हमने शुरू किया है। यह पॉलिसी निर्णय का विषय है, लेकिन वित्तीय स्तर पर और माननीय प्रधानमंत्री जी के स्तर पर बातचीत करके किस तरह से मार्ग निकल सकता है, उसका पूरी तरह से प्रयास करेंगे, इतना मैं आपको विश्वास दिलाता हूं।”गौरतलब है कि सम्मेलन में आयोजित होने वाले पैनल चर्चाओं में उभरते आतिथ्य रुझान ग्राहक- केंद्रित रणनीतियाँ, तकनीकी प्रगति, टिकाऊ प्रथाएं और परिचालन उत्कृष्टता जैसे विभिन्न प्रासंगिक विषयों को शामिल किया जाएगा। विशेषज्ञ, आतिथ्य उद्योग को नवीनता प्रदान करने वाले रुझानों, जैसे- स्थायी पर्यटन का उदय और व्यक्तिगत अतिथि अनुभवों का महत्व, आदि विषय पर चर्चा करेंगे। उद्योग जगत के नेता, आगंतुकों को संतुष्ट करने के लिये व्यवसायों को ग्राहक-प्रथम दृष्टिकोण अपनाने, डेटा और प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने की आवश्यकता पर जोर देंगे।इस दो दिवसीय सम्मेलन में एआई-संचालित ग्राहक सेवा समाधान से लेकर मार्केटिंग और संचालन में वर्चुअल और बढ़ती वास्तविकता के बढ़ रहे उपयोग तक, उद्योग पर प्रौद्योगिकी के प्रभावों का भी पता लगाया जाएगा। इसके अलावा, किस प्रकार होटल और रेस्त्रां अपने पर्यावरणीय प्रभाव को कम कर सकते हैं और स्थानीय समुदायों में योगदान कर सकते हैं, जैसे विषय पर चर्चा के साथ स्थिरता पर मुख्य ध्यान दिया जाएगा।इस अवसर पर मुकेश कुमार मेश्राम, आईएएस, प्रमुख सचिव, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग और महानिदेशक यूपी पर्यटन, उत्तर प्रदेश सरकार, डीपीएस खरबंदा, प्रशासन सचिव सह सीईओ, इन्वेस्ट पंजाब, डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़, कार्यकारी निदेशक, एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स, उदयपुर, इनोशी शर्मा, आईआरएस, कार्यकारी निदेशक एफएसएसएआई, गरीश ओबेरॉय, अध्यक्ष, एचआरएनआई, सुरेंद्र कुमार जयसवाल, अध्यक्ष, कन्वेंशन आयोजन समिति, अध्यक्ष यूपीएचआरए, उपाध्यक्ष एफएचआरएआई और मानद सचिव, एचआरएनआई, सुश्री रेनू थपलियाल, महासचिव, एचआरएएनआई, मुश्ताक ग्रुप ऑफ होटल के सीएमडी मुश्ताक अहमद छाया आदि उपस्थित रहे।

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