जीएनआईओटी प्रबंधन अध्ययन संस्थान ग्रेटर नोएडा ने यूनिवर्सल ह्यूमन वैल्यूज एंड प्रोफेशनल एथिक्स पर तीन दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम (एफडीपी) की मेजबानी की।
जीएनआईओटी प्रबंधन अध्ययन संस्थान ग्रेटर नोएडा ने यूनिवर्सल ह्यूमन वैल्यूज एंड प्रोफेशनल एथिक्स पर तीन दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम (एफडीपी) की मेजबानी की।
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा। जीएनआईओटी प्रबंधन अध्ययन संस्थान ग्रेटर नोएडा ने ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) के तत्वधान में यूनिवर्सल ह्यूमन वैल्यूज एंड प्रोफेशनल एथिक्स पर तीन दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम (एफडीपी) की मेजबानी की। यह आयोजन 1 मई 2024 को शुरू हुआ जिसने शिक्षा में मानवता के सार की गहन खोज के लिए मंच तैयार किया।कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में निदेशक डॉ. भूपेंद्र कुमार सोम, उप निदेशक डॉ रुचि रायत सहित अन्य प्रतिष्ठित डीन व तमाम संस्थान के प्रोफेसर सम्मिलित थे। एफडीपी का प्रारंभ डॉ. रुचि रायत के उद्बोधन से हुआ जिसमें उन्होंने भविष्य में नैतिक और जिम्मेदार नेतृत्व के लिए ऐसे आयोजनों की वकालत की। उन्होंने शिक्षा के ढांचे में सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों को एकीकृत करने, व्यक्तियों को अखंडता और सहानुभूति के साथ जटिल चुनौतियों से निपटने के लिए सशक्त बनाने के महत्व पर जोर दिया। रिसोर्स पर्सन डॉ हिमांशु कुमार राय और उनकी सहभागी डॉ आभा मिश्रा ने दीप प्रज्वलन के पश्चात अपने ज्ञान, कौशल और अपनी अंतर्दृष्टि से सभा को रौशन किया। पर्यवेक्षक के रूप में कार्यरत डॉ. अखिलेश वर्मा ने पूरे दिन की चर्चाओं में बहुमूल्य दृष्टिकोण जोड़े।सत्र में प्रतिभाग लेने वाले समस्त व्यक्तियों को सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों के विभिन्न आयामों के माध्यम से निर्देशन मिला। एफडीपी ने सहानुभूति और अखंडता से लेकर करुणा और सम्मान व आत्मनिरीक्षण और संवाद की संस्कृति की समझ के लिए एक बहुत की उम्दा मंच प्रदान किया। पहले दिन की समाप्ति तक सभी प्रतिभागियों का उत्साह देखने लायक था।