जीएनआईओटी प्रबंधन अध्ययन संस्थान ग्रेटर नोएडा एवं रूसी संघ सरकार के प्रतिष्ठित वित्तीय विश्वविद्यालय ने एक साथ मिलकर द्वितीय अंतरराष्ट्रीय सैद्धांतिक और व्यावहारिक दो दिवसीय कांफ्रेंस का किया आयोजन
जीएनआईओटी प्रबंधन अध्ययन संस्थान ग्रेटर नोएडा एवं रूसी संघ सरकार के प्रतिष्ठित वित्तीय विश्वविद्यालय ने एक साथ मिलकर द्वितीय अंतरराष्ट्रीय सैद्धांतिक और व्यावहारिक दो दिवसीय कांफ्रेंस का किया आयोजन
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा। जीएनआईओटी प्रबंधन अध्ययन संस्थान ग्रेटर नोएडा एवं रूसी संघ सरकार के प्रतिष्ठित वित्तीय विश्वविद्यालय ने एक साथ मिलकर द्वितीय अंतरराष्ट्रीय सैद्धांतिक और व्यावहारिक दो दिवसीय कांफ्रेंस का आयोजन 24 व 25 अप्रैल 2024 को किया, जिसमें छात्रों और पीएचडी स्कॉलर्स ने “अर्थव्यवस्था और वित्त का डिजिटलीकरण: मॉडल, तरीके व प्रौद्योगिकी” विषय के तहत अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए जो कि वैश्विक शैक्षणिक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।सम्मेलन की शुरुआत जीआईएमएस के निदेशक डॉ. भूपेन्द्र कुमार सोम के स्वागत भाषण के साथ हुई, जिसमें रूसी संघ के तहत वित्तीय विश्वविद्यालय के साथ महत्वपूर्ण सहयोग पर जोर दिया गया, जिससे गहन चर्चा के लिए मंच तैयार हुआ। डॉ. सोम ने सम्मेलन के पहले दिन आकर्षक पैनल चर्चाओं का संचालन भी किया, जिससे प्रतिभागियों के बीच विचारों के जीवंत आदान-प्रदान को बढ़ावा मिला। अगले दिन डॉ. सोम ने उप निदेशक डॉ. रुचि रायत, डॉ. पूजा कपूर, प्रो. मीनाक्षी चंदगोठिया और डॉ.अंशुल अग्रवाल के साथ सम्मेलन की अकादमिक कठोरता सुनिश्चित करते हुए विभिन्न सत्रों में जूरी सदस्यों के रूप में भाग लिया। इसके अतिरिक्त जीआईएमएस संकाय से डॉ. अंशुल अग्रवाल, प्रो.चारुल शर्मा और प्रो.विभांशु ने भी सम्मेलन के दूसरे दिन एक शोध पत्र प्रस्तुत किया।इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ने छात्रों और पीएचडी स्कॉलर्स के लिए एक प्रतिष्ठित मंच प्रदान किया। विभिन्न पृष्ठभूमियों के स्कॉलर्स ने अपने अपने विचारों के आदान प्रदान द्वारा अर्थव्यवस्था तथा वित्त क्षेत्र में डिजिटलीकरण की पेचीदगियों पर गहराई से चर्चा करी। तेजी से डिजिटल होती दुनिया की पृष्ठभूमि में सम्मेलन का उद्देश्य वैश्विक अर्थव्यवस्था और वित्त के परिदृश्य को आकार देने वाले नवीन मॉडल और तकनीकी प्रगति का पता लगाना था।सम्मेलन के अंतिम क्षणों में सामूहिक ज्ञान और विद्वतापूर्ण अंतर्दृष्टि का अभिसरण देखा गया, क्योंकि प्रतिभागी उत्साही विचार-विमर्श में लगे हुए थे, मुख्य निष्कर्षों को संश्लेषित कर रहे थे और भविष्य के अनुसंधान दिशाओं के लिए मार्ग तैयार कर रहे थे। अकादमिक जांच और बौद्धिक जिज्ञासा की भावना को अपनाते हुए, उपस्थित लोग नए जोश और प्रेरणा के साथ रवाना हुए, जो नई खोज और खोज की अपनी-अपनी यात्रा शुरू करने के लिए तैयार थे।अंत में, प्रोफेसर चारुल शर्मा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया जहां उन्होंने इस अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने रूसी संघ के तहत जीआईएमएस और वित्तीय विश्वविद्यालय के प्रबंधन को धन्यवाद दिया और भविष्य में और अधिक सहयोग की इच्छा व्यक्त की।डॉ. यामिनी पांडेय डीन एकेडमिक्स, प्रोफेसर चारुल शर्मा अंतर्राष्ट्रीय संबंध समन्वयक को भी सम्मेलन के आयोजन और जीएनआईओटी प्रबंधन अध्ययन संस्थान ग्रेटर नोएडा में आशाजनक अंतरराष्ट्रीय सहयोग व एक नए युग की शुरुआत करने में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया।