GIMS मेडिकल इनोवेशन सेंटर ने हेल्थकेयर, लाइफ साइंस और हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्टार्टअप क्लिनिक 2.0 की सफलतापूर्वक की मेजबानी
GIMS मेडिकल इनोवेशन सेंटर ने हेल्थकेयर, लाइफ साइंस और हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्टार्टअप क्लिनिक 2.0 की सफलतापूर्वक की मेजबानी
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा। GIMS मेडिकल इनोवेशन सेंटर ने हेल्थकेयर, लाइफ साइंस और हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्टार्टअप क्लिनिक 2.0 की सफलतापूर्वक मेजबानी की। 40 से अधिक आवेदनों में से, 10 स्टार्टअप को इनक्यूबेशन और 4 को प्री-इनक्यूबेशन की पेशकश की गई, जिसमें 40% आवेदक MBBS और MD डॉक्टर थे। मुख्य हाइलाइट्स में सटीक चिकित्सा, प्रारंभिक रोग स्क्रीनिंग किट, AR/VR आई स्कैन डिवाइस और प्रौद्योगिकी के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी मिथकों को संबोधित करना शामिल है। विशेष अतिथि हिंदूराव मेडिकल कॉलेज में सामुदायिक चिकित्सा के प्रोफेसर डॉ. सुमित ए ने एप्लिकेशन-आधारित स्टार्टअप के लिए सामुदायिक हस्तक्षेप पर जोर दिया। GIMS में अनुसंधान विंग के प्रभारी डॉ. विवेक गुप्ता ने अनुसंधान क्षमता और उपलब्ध सेवाओं पर चर्चा की। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सौरव श्रीवास्तव ने GIMS की नैदानिक क्षमताओं पर बात की। इनक्यूबेशन के प्रमुख डॉ. राहुल ने GIMS की सुविधाओं और समर्थन पर प्रकाश डाला। GIMS के निदेशक डॉ. राकेश गुप्ता ने चयनित स्टार्टअप को बधाई दी और भारत के रोग बोझ को कम करने वाले नवाचारों की आवश्यकता पर जोर दिया। यह समूह नवाचार के माध्यम से सार्वजनिक स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने के लिए GIMS की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।