GIMS की 10वीं गवर्निंग बॉडी बैठक सम्पन्न: उन्नयन, मेडिकल कॉलेज परियोजना और दीर्घकालिक विज़न पर बनी सहमति
GIMS की 10वीं गवर्निंग बॉडी बैठक सम्पन्न: उन्नयन, मेडिकल कॉलेज परियोजना और दीर्घकालिक विज़न पर बनी सहमति

लखनऊ/ग्रेटर नोएडा — उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव एवं GIMS सोसाइटी के अध्यक्ष एस. पी. गोयल, आईएएस की अध्यक्षता में GIMS (Government Institute of Medical Sciences), ग्रेटर नोएडा की 10वीं गवर्निंग बॉडी की बैठक 4 नवम्बर 2025 को लोक भवन, लखनऊ में सम्पन्न हुई। बैठक में चिकित्सा शिक्षा, संस्थान के उन्नयन और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।बैठक में अमित कुमार घोष (अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा), अपर्णा यू. (सचिव, चिकित्सा शिक्षा), डॉ. ए. के. सिंह (निदेशक, PGICH), लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. बिपिन पुरी, बलेश्वर त्यागी (पूर्व मंत्री), डॉ. (ब्रिगेडियर) राकेश के. गुप्ता (निदेशक, GIMS) सहित कई वरिष्ठ अधिकारी एवं विशेषज्ञ उपस्थित रहे।
GIMS का उन्नयन: SGPGI लखनऊ की तर्ज पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक उन्नत चिकित्सा संस्थान के रूप में GIMS को विकसित करने का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया।
मेडिकल कॉलेज परियोजना: GNIDA द्वारा GBU परिसर में 56 एकड़ भूमि आवंटित की गई है, जिसमें मेडिकल, नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी।
10 वर्षीय विज़न: GIMS ने अगले 10 वर्षों की विकास योजना प्रस्तुत की, जिसमें सुपर-स्पेशलिटी सेवाओं, अनुसंधान और रोबोटिक सर्जरी जैसी उन्नत तकनीकों को शामिल किया गया है।
रोगी सेवा उन्नयन: रोगियों को बेहतर सेवाएँ देने हेतु रोबोटिक सर्जरी जैसी तकनीकों को प्रारंभ करने की सिफारिश की गई।
GIMS की उपलब्धियाँ
संस्थान ने अल्पावधि में NABH और NABL प्रत्यायन प्राप्त कर उल्लेखनीय प्रगति की है। साथ ही, MBBS (2019), DNB (2020), नर्सिंग (2021), पैरामेडिकल (2021) और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम (2024) जैसे शैक्षणिक कार्यक्रम सफलतापूर्वक शुरू किए गए हैं।बैठक का समापन अध्यक्ष को धन्यवाद ज्ञापन और सभी सदस्यों के सुझावों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए किया गया।यह बैठक न केवल GIMS की प्रगति का मूल्यांकन थी, बल्कि उत्तर प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के भविष्य की दिशा तय करने वाला एक महत्वपूर्ण कदम भी सिद्ध हुई।



