शारद दुर्लभ यज्ञ दुजाना के पांचवें दिन के यज्ञ कार्यक्रम में वैदिक भजनों से गुंजा दुजाना गांव।
शारद दुर्लभ यज्ञ दुजाना के पांचवें दिन के यज्ञ कार्यक्रम में वैदिक भजनों से गुंजा दुजाना गांव।
शफी मौहम्मद सैफी
दादरी। शारद दुर्लभ यज्ञ के संयोजक सदस्य एवं मिडिया प्रभारी ओमवीर सिंह आर्य एडवोकेट ने बताया कि दादी सत्ती मंदिर गांव दुजाना में नवरात्र में दिन रात चलने वाले शारद दुर्लभ यज्ञ पांचवें दिन का कार्यक्रम आठ यजमानों के द्वारा सम्पन्न हुआ। यज्ञ में राष्ट्रीय अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के भजनोपदेशक कुलदीप विधार्थी ने वैदिक भजनों से यज्ञ प्रेमियोंको अपने सुरों से जोड़े रखा। शारद दुर्लभ यज्ञ कार्यक्रम में पांच कुंतल ग्रहत (देशी घी) एवं 15 कुंतल हवन सामग्री एवं कुंन्तलो संविधा (लकड़ी) का उपयोग किया जा रहा है। यज्ञ कार्यक्रम में क्षेत्रीय एवं अन्य राज्यों से आये विद्वान आचार्य सत्यव्रत अजमेर, कल्याण सिंह आर्य बिजनौर, ओम प्रकाश आर्य भरतपुर, भजन उपदेशक महेश योगी भजन उपदेशक, महाशय रामगोपाल, महाशय मानसिंह, रविंद्र आर्य, छेत्र के सम्मानित रामेश्वर सरपंच, महेन्द्र आर्य, हुकम सिंह आर्य, ईलचन्द नागर, यशवीर भगतजी, कमल आर्य, धर्मवीर प्रधान सफीपुर, सतीश आर्य, नरपतसिंह प्रधानाचार्य नवादा , रमेश आर्य सिकन्दराबाद, योगेश आचार्य राजघाट , ओमिन्द्र आर्य इकला, प्रोफेसर विकास पंवार, सतबीर आर्य, जगबीर आर्य, ग्रीस मुनि, यशवीर चौधरी, जोगेन्दर नागर ,पंकज नागर एवं ग्राम दुजाना और आस पास के गांवों से आये सैकड़ों यज्ञ प्रेमियों ने यज्ञ पर आहुतियां देकर कर यज्ञ की शोभा बढ़ा
यी।