कैलाश अस्पताल में आये जर्मनी डेलीगेशन ने अस्पताल को देखकर की आधुनिक तकनीक से लैस अस्पताल की भूरि-भूरि प्रशंसा
कैलाश अस्पताल में आये जर्मनी डेलीगेशन ने अस्पताल को देखकर की आधुनिक तकनीक से लैस अस्पताल की भूरि-भूरि प्रशंसा
ग्रेटर नोएडा। जर्मनी का डेलीगेशन कैलाश अस्पताल सेक्टर 27, नोएडा में आया। जिसमें डा. हाॅन्ड्रीक, सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक,की टीम ने अस्पताल की सेवाएं जैसे लैब, डायग्नोस्टिक, आई.पी.डी. एवं ओ.पी.डी. तथा आई.सी.यू. को देखकर आश्चर्य व्यक्त किया कि भारत में बड़े -बड़े शहरों के अलावा छोटे शहरों में भी स्वास्थ्य की आधुनिक सेवायें उपलब्ध है। जहां रोजाना लगभग 3000 मरीजों का ओ.पी.डी. में इलाज का परामर्श दिया जाता है, और कैलाश अस्पताल में मल्टीस्पेशलिटी एवं सुपर स्पेशियलिटी की सेवायें भी उपलब्ध है, जैसे कार्डियक विभाग (कैथ लैब, बाईपास सर्जरी की व्यवस्था), रोबोटिक सर्जरी (घुटनों की बदलने की सर्जरी) एवं छोटे -छोटे बच्चों के आधुनिक आई.सी.यू. की सेवाओं आदि से लैस है। वी. बी. जोशी, वरिष्ठ प्रबंधक, कैलाश अस्पताल नोएडा ने जर्मनी के डेलिगेशन को बताया कि कोविड महामारी के समय में भी कैलाश अस्पताल ने हजारों मरीजों को बचाया है। उन्होनें आगे बताया कि समय-समय पर नई तकनीक को कैलाष अस्पताल अपना रहा है। थोड़ी ही दिनों बाद कैलाश अस्पताल अपनी आधुनिकता को नजर में रखते हुए आई.वी.एफ. सेन्टर खोलने जा रहा है, जो कि आगे नोएडा एवं दिल्ली एन.सी.आर. क्षेत्र के लिए ‘‘मील का पत्थर’’ साबित होगा।कैलाश अस्पताल में आये जर्मनी डेलीगेशन ने अस्पताल को देखकर, आधुनिक तकनीक से लैस अस्पताल की भूरि-भूरि प्रशंसा की, और मेडिकल टूरिज्म की संभावनाओं को देखते हुए विचार कर रहा है।जर्मनी डेलीगेशन में चियारा- कार्यक्रम प्रबंधक, थिलो जैकब- प्रबंध निदेशक, हेल्थ केयर टू मार्केट, रिकॉर्ड फिलिपो अब्बाटे- शिक्षक, लोर्राच वोकेशनल स्कूल (हेल्थकेयर और अप्रेंटिसशिप) आदि उपस्थित रहे।