विविधता में एकता का उत्सव। ग्रेटर नोएडा में आयोजित हुआ भव्य ओणम समारोह
विविधता में एकता का उत्सव। ग्रेटर नोएडा में आयोजित हुआ भव्य ओणम समारोह
केरल एसोसिएशन ग्रेटर नोएडा द्वारा भव्य ओणम समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें केरल की परंपरा और आधुनिकता के अनोखे संगम के साथ-साथ संस्कृति पर गर्व और पर्यावरणीय जागरूकता का संदेश प्रदर्शित किया गया। इस अवसर पर प्रवासी समुदाय एकजुट होकर विविधता में एकता का जीवंत उदाहरण बना। मुख्य अतिथि मेधा रूपम ने अपने संबोधन में केरल की अटूट सांस्कृतिक धारा पर प्रकाश डाला। उन्होंने एसोसिएशन के अध्यक्ष टी.जी. विजयकुमार के योगदान को सराहते हुए उन्हें “एक भाई समान व्यक्तित्व, जिनकी निष्ठा और उदारता सम्मान की प्रेरणा है” बताया। गर्व के साथ उन्होंने कहा—“मेधा रूपम को आप केरल से बाहर ले जा सकते हैं, लेकिन केरल को कभी भी मेधा रूपम से बाहर नहीं ले जा सकते।” विशिष्ट अतिथि एवं पूर्व केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री अल्फोंस कन्ननथानम ने ओणम के सर्वसमावेशी संदेश पर बल दिया। उन्होंने कहा—“ओणम एकता का पर्व है, जो हमें यह याद दिलाता है कि धर्म, जाति अथवा रंग का कोई भेद नहीं है। हम सब समान हैं, सभी का सम्मान है। यही कारण है कि हम ओणम मनाते हैं—भारत के लिए एकता और साथ रहने का सशक्त संदेश देने हेतु।” इस भाव को आगे बढ़ाते हुए अध्यक्ष टी.जी. विजयकुमार ने कहा— “ओणम मिलन का प्रतीक है। सभी धर्मों के लोग, यहाँ तक कि जिनकी कोई धार्मिक पहचान नहीं है, वे भी इस उत्सव में सहभागी होते हैं। यह केरल का अनूठा त्योहार है जो सभी को जोड़ता है। हमें गर्व है कि मुख्य अतिथि मेधा रूपम ने केरल की संस्कृति पर प्रकाश डाला और इसे सहेजने एवं आगे बढ़ाने का आह्वान किया।” कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण ओणसद्या (पारंपरिक ओणम भोज) रहा, जिसे केले के पत्तों पर परोसा गया और जिसमें प्रामाणिक केरल व्यंजन सम्मिलित थे। सांस्कृतिक कार्यक्रम में तिरुवातिराकली, भरतनाट्यम, मोहिनीयाट्टम और अन्य रंगारंग नृत्य प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मोहित कर लिया। नदना तीर्था टेंपल ऑफ आर्ट्स एंड कल्चर, ग्रेटर नोएडा तथा मलयालम कक्षा के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रमों ने उत्सव की रौनक को और बढ़ा दिया।सामुदायिक कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को निभाते हुए केरल एसोसिएशन ने विशेष पेन मैनेजमेंट स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन किया। यथार्थ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के सहयोग से हुए इस शिविर में न्यूरोलॉजिस्ट, आर्थोपेडिशियन, जनरल फिजिशियन तथा पेन विशेषज्ञों ने सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक नि:शुल्क परामर्श दिया।कार्यक्रम का सफल समापन इस संदेश के साथ हुआ कि ओणम केवल एक फसल पर्व नहीं, बल्कि प्रवासी जनों के लिए समानता, सांस्कृतिक गौरव और सामाजिक सद्भाव का पर्व है।