समावेशन की भावना का उत्सव अंतर्राष्ट्रीय विकलांगजन दिवस पर आईटीएस कॉलेज ऑफ हेल्थ एंड वेलनेस साइंसेज़ की सार्थक पहल
समावेशन की भावना का उत्सव अंतर्राष्ट्रीय विकलांगजन दिवस पर आईटीएस कॉलेज ऑफ हेल्थ एंड वेलनेस साइंसेज़ की सार्थक पहल

ग्रेटर नोएडा ।अंतर्राष्ट्रीय विकलांगजन दिवस के महत्वपूर्ण अवसर पर आईटीएस कॉलेज ऑफ हेल्थ एंड वेलनेस साइंसेज़ के विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों ने मानवता, सेवा और समावेशन के संदेश को आगे बढ़ाते हुए कैण्ट, दिल्ली स्थित आशा ज्योति निर्मल छाया स्पेशल स्कूल में एक विशेष सामुदायिक जागरूकता एवं स्वास्थ्य संवर्धन अभियान का सफलतापूर्वक आयोजन किया।इस अभियान का उद्देश्य बौद्धिक दिव्यांगता से जुड़े बच्चों के समग्र स्वास्थ्य, शारीरिक फिटनेस और दैनिक जीवन में उनकी सहजता को बढ़ावा देना था। कॉलेज की फिजियोथेरेपी विभाग की टीम ने कुल 35 विशेष बच्चों का विस्तृत क्लीनिकल फिटनेस आकलन किया। इस स्क्रीनिंग में बच्चों की शारीरिक क्षमता, मोटर स्किल्स, संतुलन, लचीलेपन और अन्य स्वास्थ्य पैरामीटर का परीक्षण किया गया, जिससे आगे उनकी जरूरतों के अनुरूप बेहतर स्वास्थ्य योजनाएँ बनाई जा सकें। स्क्रीनिंग के बाद कार्यक्रम का सबसे प्रेरणादायक और भावनात्मक क्षण था नए जूतों का निःशुल्क वितरण। यह योगदान आईटीएस कॉलेज ऑफ हेल्थ एंड वेलनेस साइंसेज़ की वरिष्ठ संकाय सदस्य डॉ. गुंजन देवान तथा विद्यार्थियों राज और ऋतिका द्वारा एक श्रेष्ठ एवं प्रेरणादायक प्रथा (बेस्ट प्रैक्टिस ) के रूप में प्रस्तुत किया गया। यह पहल छात्रों में सामाजिक उत्तरदायित्व, संवेदनशीलता और सेवा के मूल्यों को आत्मसात कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।इस अभियान की पूरी निधि छात्रों द्वारा विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के अवसर पर आयोजित किए गए विभिन्न स्वास्थ्य शिविरों, डेमो सत्रों और जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से एकत्रित की गई। यह न केवल छात्रों की सामूहिक जिम्मेदारी को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे युवा पीढ़ी समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए तत्पर है। छात्रों द्वारा निधि एकत्र कर ऐसे अभियान चलाना—Inculcating बेस्ट प्रैक्टिसेज —का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जिसे संस्थान आगे भी प्रोत्साहित करता रहेगा।आईटीएस कॉलेज ऑफ हेल्थ एंड वेलनेस साइंसेज़ का सदैव प्रयास रहा है कि समाज में विशेष जरूरतों वाले बच्चों और समुदायों को स्वास्थ्य, शिक्षा और सहयोग के अवसरों से सशक्त किया जाए। इस अभियान ने बच्चों के चेहरों पर मुस्कान, आत्मविश्वास और अपनत्व का भाव पैदा किया, जो हमारे लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है।हम इन अद्भुत और प्रतिभाशाली बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य और उज्ज्वल भविष्य के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे और ऐसी जनसेवा गतिविधियों का दायरा और व्यापक करेंगे।



