एमिटी यूनिवर्सिटी, लावा और आरएफआरएफ करेंगे मोबाइल टेक्नोलॉजी क्षेत्र में शोध कार्य।
एमिटी यूनिवर्सिटी, लावा और आरएफआरएफ करेंगे मोबाइल टेक्नोलॉजी क्षेत्र में शोध कार्य।
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा।एमिटी यूनिवर्सिटी ग्रेटर नोएडा और लावा इंटरनेशनल ने एक समझौते के तहत मोबाइल टेक्नोलॉजी में मास्टर कार्यक्रम की शुरुवात की। यह कोर्स एमिटी यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश, लावा इंटरनेशनल लिमिटेड और रिसर्च फॉर रिसर्जेंस फाउंडेशन की एक संयुक्त पहल है, यह अत्याधुनिक कोर्स मोबाइल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में छात्रों के उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करेगा।इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारतीय शिक्षण मंडल के राष्ट्रीय संगठन सचिव श्री शंकरानंद जी रहे तथा उन्होंने विश्वविद्यालय के दूरदर्शी दृष्टिकोण की काफी सराहना भी की। उन्होंने कहा “मोबाइल प्रौद्योगिकी के सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है। और इस तरह के कोर्सेस अगली पीढ़ी के पेशेवरों को तैयार करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।” कार्यक्रम के विशेष अतिथि लावा इंटरनेशनल के प्रेसिडेंट डॉ ऋषि मोहन भटनागर ने कहा कि इन सहयोगों का उद्देश्य अकादमिक शिक्षा और वास्तविक दुनिया के बीच अंतर को पाटना है।इस कोर्स को प्रैक्टिकल तथा व्यवहारिक अनुभवों के साथ सैद्धांतिक नींव को मिश्रित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है तथा यह प्रोग्राम अग्रणी प्रौद्योगिकी फर्मों और स्टार्टअप्स के साथ साझेदारी का एक अनूठा उदाहरण है जिसमें छात्रों को इंटर्नशिप के काफी सारे अवसर मिलेंगे।एमिटी यूनिवर्सिटी ग्रेटर नोएडा कैंपस के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) अजय राणा ने कहा कि यह कार्यक्रम तकनीकी शिक्षा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करता है। तथा मोबाइल प्रौद्योगिकी की तेजी से विकसित होती दुनिया और उद्योग की आवश्यकता को देखते हुए कुशल पेशेवरों को तैयार करने की कवायद भी करता है। उन्होंने आगे कहा कि यह पाठ्यक्रम छात्रों को बहुमुखी कौशल सेट के साथ सशक्त बनाने के लिए तैयार किया गया है। और शोध सेतु, ज्ञान सेतु और कार्य सेतु पर जोर देते हुए डॉ. राणा ने कहा कि हमारा लक्ष्य ऐसे शोधकों को तैयार करना है जो मोबाइल प्रौद्योगिकी के भविष्य को आकार देंगे।इस अवसर पर सैकड़ो इंडस्ट्री और एकेडेमिया के लोग उपस्थित रहे।