शारदा यूनिवर्सिटी की छात्रा ज्योति शर्मा को न्याय दिलाने की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी को दिया पत्र
शारदा यूनिवर्सिटी की छात्रा ज्योति शर्मा को न्याय दिलाने की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी को दिया पत्र
ग्रेटर नोएडा ।शारदा यूनिवर्सिटी की बी0डी0एस0 द्वितीय वर्ष की छात्रा ज्योति शर्मा, निवासी- गुरूग्राम द्वारा शारदा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों द्वारा लगातार किये जा रहे मानसिक उत्पीड़न को झेलते हुए 18.07.2025 को रात्रि लगभग 09:00 बजे छात्रावास की 12वीं मंजिल के कमरा नं0-1209 में दुपट्टे से फन्दा लगा कर आत्महत्या कर ली। यूनिवर्सिटी के दो प्रोफेसरों द्वारा ज्योति शर्मा को लगातार असाइनमेन्ट पर फर्जी हस्ताक्षर करने का आरोप लगा रहे थे, जिसके सम्बन्ध में छात्रा के पिता ने यूनिवर्सिटी आकर माफी मांगी थी, उसके बावजूद प्रोफेसरों द्वारा कक्षा में पढ़ाई के दौरान छात्रा पर तंज कसते व गलत कमेन्ट करते थे व छात्रा को फेल करने की धमकी भी दी जाती थी, जिससे छात्रा काफी मानसिक रूप से तनाव में थी। यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों के विरूद्ध पूर्व में सन् 2023 में बी0डी0एस0 की एक छात्रा द्वारा प्रोफेसरों की हरकतों से तंग आकर उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके सम्बन्ध में थाना नॉलेजपार्क पर एक मुकदमा पंजीकृत कराया गया था, इसके बावजूद भी यूनिवर्सिटी व प्रशासन ने आरोपी प्रोफेसरों पर कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की, जिससे यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों का हौंसला बढ़ता चला गया, जिसमें अब विश्वविद्यालय की एक छात्रा ज्योति शर्मा की जान चली गई। मृतक छात्रा के परिजन शान्तिपूर्ण तरीके से विश्वविद्यालय के गेट पर अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिये एक शान्तिपूर्ण गेट के बाहर बैठे हुए थे और डीन से अपनी बेटी के आत्महत्या के मामले में पूछताछ हेतु बुलाना चाह रहे थे, जिसमें युनिवर्सिटी द्वारा पुलिस फोर्स व बाउन्सरों को बुलाकर छात्रा के परिजनों के साथ लात घूसों से मारपीट व धरना स्थल से भाग जाने की धमकी दी, जो काफी निन्दनीय व विधि विरूद्ध है। पुलिस द्वारा उक्त मामले में दो प्रोफेसरों को जेल भेजा गया है, जिसमें अभी भी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर सहित स्टाफ संलिप्त है, जिनकी गिरफ्तारी करा कर उनको भी जेल भेजा जाना आवश्यक है के आत्महत्या करने से यूनिवर्सिटी में होने वाली परीक्षाएं स्थगित कर दी गई जिसमें छात्र छात्राओं में भय का माहौल बना हुआ है। जिससे जिले व प्रदेश का धूमिल हो रहा है। उक्त मामले में किसी विशेष जांच एजेन्सी से निष्पक्ष जांच कर छात्रा को न्याय दिलाया जाये तथा दोषियों को कड़ी से कड़ी से सजा दिलाई ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो । इस दौरान नीरज भाटी,पवन भाटी,विशाल नागर,सचिन भाटी,प्रिंस भाटी,मोहित भाटी,अमित,के॰के॰भाटी,रवि,नरेश,जयन्त भाटी,रोहित,सौरभ भाटी कर्मवीर व दर्जनों कॉलेज के छात्र उपस्थित थे।