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हीटिंग, वेंटिलेशन, एयर कंडीशनिंग उद्योग क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार का बुनियादी ढाँचा प्रोत्साहन,ऊर्जा दक्षता, स्थिरता और लागत में कमी के मामले में भारी बदलाव

हीटिंग, वेंटिलेशन, एयर कंडीशनिंग उद्योग क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार का बुनियादी ढाँचा प्रोत्साहन,ऊर्जा दक्षता, स्थिरता और लागत में कमी के मामले में भारी बदलाव

शफी मौहम्मद सैफी

ग्रेटर नोएडा। उद्योग के विशेषज्ञों का कहना है कि बुनियादी ढांचे के निवेश पर सरकार के फोकस के कारण आने वाले वर्षों में बढ़ती मांग के कारण हीटिंग, वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग (एचवीएसी) क्षेत्र अभूतपूर्व वृद्धि के लिए तैयार है। एक्रेक्स इंडिया प्रदर्शनी के 23वें संस्करण के दौरान उद्योग विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए। भारत सरकार 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य है और 2070 तक देश को कार्बन उत्सर्जन मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इन दोनों ही लक्ष्यों को पाने में हीटिंग एवं कूलिंग उद्योग जुटा हुआ है, इसके लिए यह उद्योग नए-नए शोध कर रहा है, साथ ही तीन आर यानी की एनर्जी खपत को कम करना (रिड्यूज), दोबारा उपयोग में लाना(री-यूज) तथा नवीनीकरण(रीन्यू) का मंत्र दिया है। इंडियन सोसाइटी ऑफ हीटिंग, रेफ्रीजरेशन एण्ड एयर कंडीशनिंग इंजीनियर्स (इशरे) कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कई प्रयास किये जा रहे है। इन्हीं सब दावों और इनोवेशन को लेकर ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में गुरुवार से हीटिंग, वेंटीलेशन, एयर-कंडीशनिंग (एचवीएसी) आपूर्ति श्रृंखला की आधुनिक तकनीकों को प्रदर्शित करने वाले एक्रेक्स इंडिया प्रदर्शनी शुरू हो गई। इसमें 40 देशों के 500 से अधिक प्रदर्शकों ने शिरकत की है। उद्घाटन समारोह में एक्रेक्स इंडिया के अध्यक्ष सुशील चौधरी, इशरे के नेशनल प्रेसीडेंट योगेश ठक्कर, इन्फार्मा मार्केट्स इन इंडिया के एमडी योगेश मुद्रास के साथ उद्योग क्षेत्र कई दिग्गज उपस्थित थे। इशरे के अध्यक्ष योगेश ठक्कर ने कहा कि, “एचवीएसी टेक्नोलॉजी में आधुनिक प्रगति जैसे वेरिएबल रेफ्रीजरेन्ट फ्लो सिस्टम, मशीन लर्निंग एल्गोरिदम के उपयोग द्वारा प्रेडिक्टिव मेंटेनेन्स आदि रिहायशी एवं कमर्शियल सैटिंग में उर्जा दक्षता, स्थायित्व और लागत में कमी की दृष्टि से ज़बरदस्त बदलाव ला रहे हैं।“इस अवसर पर इनफोर्मा मार्केट्स इंडिया के प्रबंध निदेशक योगेश मुद्रास ने कहा, “2070 तक कार्बन न्यूट्रेलिटी हासिल करने के भारत के लक्ष्यों के अनुरूप जोर दिया जा रहा है। भारत में तेज़ी से शहरीकरण हो रहा है। एक अनुमान के मुताबिक 2030 तक एक मिलियन से अधिक आबादी वाले भारतीय शहरों की संख्या 42 से बढ़कर 68 तक पहुंच जाएगी। ऐसे में एचवीएसी सिस्टम्स की मांग बढ़ेगी।“ कैरियर इंडिया के विपणन निदेशक संजय शर्मा ने कहा कि, “अनुमानों से संकेत मिलता है कि 2030 तक, दस लाख से अधिक आबादी वाले भारतीय शहरों की संख्या 42 से बढ़कर 68 हो जाएगी, जिससे एचवीएसी सिस्टम की मांग बढ़ जाएगी। अगले दो दशकों में देश की 50 प्रतिशत से अधिक इमारतों का निर्माण होने की उम्मीद है, बाजार में व्यापक संभावनाएं हैं।“हरित और टिकाऊ भविष्य पर जोर देते हुए, डैनफॉस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष, रविचंद्रन पुरूषोत्तमन ने कहा, “एक्रेक्स में, स्थिरता के प्रति हमारा समर्पण नवीकरणीय ऊर्जा, विशेष रूप से सौर ऊर्जा के दोहन के प्रति हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता में स्पष्ट है। ऊर्जा दक्षता पर हमारा ध्यान हमारे उत्पादों में परिलक्षित होता है, जो ऊर्जा दक्षता ब्यूरो द्वारा निर्धारित उच्चतम मानकों का पालन करते हैं। हम अपने मिशन को आगे बढ़ाने के लिए उच्च स्टार-रेटेड एयर कंडीशनर को अपनाने को सक्रिय रूप से बढ़ावा देते हैं।”

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